हरियाणा ने 2020-21 में रिकॉर्ड 18823.63 करोड़ रुपये की कृषि उपज का निर्यात किया। जिसमें बासमती चावल, गैर-बासमती चावल, तिल, चीनी, मसाले, गेहूं, दालें, मूंगफली, सब्जियां, फल और फूल आदि शामिल हैं। राज्य सरकार कृषि उपज के निर्यात को बढ़ाकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करने का प्रयास कर रही है।
लैटिन अमेरिका के देशों क्यूबा और चिली ने बासमती चावल का आयात किया है।बासमती चावल) ने खरीद के लिए रुचि दिखाई है। इसके लिए क्यूबा का एक प्रतिनिधिमंडल अगले महीने हरियाणा का दौरा करेगा।
हरियाणा बासमती का प्रमुख उत्पादक राज्य है। हरियाणा उन राज्यों में से एक है जिनके पास बासमती का भौगोलिक संकेत है| विदेश सहयोग विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि हैफेड के अध्यक्ष कैलाश भगत, प्रबंध निदेशक एके श्रीनिवास और विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी ने भारत में क्यूबा के राजदूत एलेजांद्रो सिमांकास मारिन और चिली के राजदूत जुआन अंगुलो के साथ बैठक कर विभिन्न क्षेत्रों में हरियाणा के साथ आपसी सहयोग पर चर्चा की।
बैठक के दौरान, क्यूबा और चिली ने हरियाणा से बासमती चावल की खरीद के लिए रुचि दिखाई। इसके अलावा क्यूबा द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मा और विमानन के क्षेत्र में भी सहयोग की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। इसलिए क्यूबा का प्रतिनिधिमंडल अगले महीने हरियाणा का दौरा करेगा। क्यूबा और चिली द्वारा हरियाणा से बासमती चावल की खरीद से एक तरफ राज्य का निर्यात ग्राफ बढ़ेगा, वहीं दूसरी तरफ इन देशों के साथ हरियाणा के व्यापार और द्विपक्षीय संबंध भी मजबूत होंगे।
राज्य सरकार की तारीफ
क्यूबा और चिली के राजदूत ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच और दूरदृष्टि की सराहना की और कहा कि मनोहर लाल द्वारा हार्ट टू हार्ट कनेक्ट संबंध के लिए की गई पहल अपने आप में अनूठी और सराहनीय है। चिली के राजदूत जुआन अंगुलो ने कहा कि हम पहले से ही भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और हमें खुशी है कि हरियाणा ने हमसे संपर्क किया है। निश्चित रूप से क्यूबा हरियाणा के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अफ्रीकी देशों के साथ हरियाणा-अफ्रीका कॉन्क्लेव सीरीज-1 का आयोजन किया गया। 27 मार्च, 2022 को सूरजकुंड, फरीदाबाद में लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक बैठक भी हुई, जिसमें 11 देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने भाग लिया।