उत्तर प्रदेश मैं मतदान 27 फरवरी को होगा चुनावी प्रचार जोरों पर है| सभी सियासी पार्टियां एड़ी चोटी का जोर लगाकर अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए प्रयास कर रही हैं|
इसी पूर्वांचल की कई सीटों पर अजीबो गरीब स्थिति पैदा हो गई है। खास तौर पर बड़े दल जिनोंने पूर्वांचल को फतह करने के लिए बड़ा गठबंधन किया है| उनके प्रत्याशी आपस में ही एक दूसरे के विरुद्ध लड़ते नजर आ रहे हैं।
गठबंधन की सहयोगी पार्टियों के प्रत्याशियों द्वारा बड़े धड़े के उम्मीदवार को चुनौती देने जैसी स्थिति समाजवादी पार्टी के गठबंधन वाले सहयोगी दलों के साथ ज्यादा है। इन दलों के बीच अंत तक प्रत्याशी चयन को लेकर चले घमासान का नतीज है कि समाजवादी पार्टी संग कहीं अपना दल (कामेरेवादी) तो कहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रत्याशी मैदान में हैं।
अब अगर अगर चंदौली जिले की मुगलसराय सीट की ही बात करें तो यहां समाजवादी पार्टी ने चंद्रशेखर यादव को प्रत्याशी घोषित किया है तो वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राजू प्रजापति भी मैदान में हैं।
पूर्वांचल के चंदौली जिले की इस सीट पर घटी दुर्घटना के चलते पति-पत्नी दे रहे एक दूसरे को चुनौती
ऐसे ही मिर्जापुर जिले के मड़िहान विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी और अपना दल (कामेरावादी) के प्रत्याशी आमने-सामने है। इस सीट से अपना दल कामेरावादी ने अवधेश सिंह पटेल को मैदान में उतारा है तो समाजवादी पार्टी से रवींद्र बहादुर ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं।
उधर सोनभद्र के घोरावल में भी समाजवादी पार्टी और अपना दल कामेरेवादी के प्रत्याशी एक दूसरे के बीच लड़ते नजर आ रहे हैं। यहां समाजवादी पार्टी ने रमेशचंद्र दुबे को प्रत्याशी बनाया है तो अपना दल कामेरावादी ने सुरजीत सिंह को मैदान में उतार दिया है। अब ये दोनों ही प्रत्याशी अपने समर्थकों संग आपस में लड़ते नजर आ रहे हैं।