रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है। साथ ही रूस ने नाटो सदस्यों, खासकर अमेरिका को चेतावनी दी है कि वो इस मामले में हस्तक्षेप न करें, अन्यथा परिणाम गंभीर होंगे। राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सेना को सरेंडर करने के लिए कहा था, जिस पर यूक्रेन का जवाब था कि वे झुकेंगे नहीं। रूस ने आक्रमण भी कर दिया है और दुनिया को यह भी कह रहा है कि उसका मकसद यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है। रूस सिर्फ अपने हितों की रक्षा कर रहा है।
विभिन्न एजेंसीज से आ रही ख़बरों के अनुसार रूस ने यूक्रेन को चारों तरफ से घेर लिया है और चौतरफा हमले कर रहा है। रूसी टैंक यूक्रेन को रौंद रहे हैं।
खबर आ रही है कि यूक्रेन के कुछ शहरों की सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया है। सैन्य एयरबेस से उठ रहा काला धुआं तबाही की कहानी कह रहा है। इस बीच यूक्रेन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मदद की गुहार की है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई की गुरुवार को कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि, ‘फ्रांस युद्ध को समाप्त करने के लिए सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेगा। रूस को तुरंत अपने सैन्य अभियानों को रोकना चाहिए।