भारत के कृषि क्षेत्र में यंत्रीकरण के बढ़ते उपयोग के बावजूद, ट्रैक्टर उत्पादन और निर्यात में पिछले तीन वर्षों में गिरावट देखी गई है। ट्रैक्टर, कृषि यंत्रों का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो भारत की खेती-किसानी को अधिक उत्पादक और कुशल बनाता है। ऐसे में यह गिरावट एक अहम संकेत है।
केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री, एच.डी. कुमारस्वामी ने लोकसभा में जानकारी दी कि 2021 से 2023 के बीच भारत में कुल 30,56,224 ट्रैक्टरों का उत्पादन हुआ, जिनमें से 3,52,974 ट्रैक्टर निर्यात किए गए। हालांकि, तीन वर्षों के दौरान वार्षिक उत्पादन और निर्यात में कमी दर्ज की गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार वर्ष 2021 की तुलना में 2023 में उत्पादन में 7.44% की गिरावट दर्ज की गई।
निर्यात में भी कमी आई, जहां 2021 में 1,24,901 ट्रैक्टर निर्यात हुए थे, वहीं 2023 में यह संख्या घटकर 96,223 रह गई।
औसतन हर वर्ष करीब 11.5% ट्रैक्टर उत्पादन का निर्यात हुआ।
उत्पादन और निर्यात में यह गिरावट आर्थिक परिस्थितियों, वैश्विक मांग में कमी, और कच्चे माल की बढ़ती लागत का परिणाम हो सकती है। यह कृषि क्षेत्र के लिए चिंता का विषय है और यंत्रीकरण की दिशा में सरकारी नीतियों की समीक्षा की आवश्यकता को इंगित करता है।