राजस्थान के रेतीले इलाकों में आवागमन, माल की ढुलाई और खेती में काम आने वाला ऊंट अब कम होता जा रहा है| ऊंट की आबादी कम होने से राजस्थान की गहलोत- सरकार भी चिंतित है| ऊंट राजस्थान का राज्य-पशु है|
राजस्थान में ऊंट संरक्षण की मांग लंबे समय से उठ रही थी| मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सालाना बजट 2022-23 में राज्य में ‘ऊंट संरक्षण व विकास नीति लागू’ करने का प्रस्ताव किया था| उन्होंने कहा कि राज्य पशु ऊंट के पालन, संरक्षण और समग्र विकास के लिए इस नीति के तहत अगले साल 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जाएगा|
देश के लगभग 85 प्रतिशत ऊंट राजस्थान में पाए जाते हैं| इसके बाद गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश का नंबर आता है| संसद में दी गई जानकारी के अनुसार राजस्थान में 2012 में ऊंटों की संख्या 3,25,713 थी जो 2019 में घटकर 1,12,974 तक रह गई|
राजस्थान में ऊंट संरक्षण की मांग लंबे समय से उठ रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट 2022-23 में राज्य में ‘ऊंट संरक्षण व विकास नीति लागू’ करने का प्रस्ताव किया था| उन्होंने कहा कि राज्य पशु ऊंट के पालन, संरक्षण और समग्र विकास के लिए इस नीति के तहत अगले साल 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जाएगा|
केंद्र सरकार ने आंकड़े जारी कर बताया कि 2012 की पशुधन जनगणना में पूरे भारत में 4 लाख ऊंट बचे थे जिसके बाद 2019 की जनगणना तक उनकी संख्या गिरकर 2.52 लाख तक पहुंच गई| वहीं 2019 की पशु जनगणना के अनुसार अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, मेघालय और नगालैंड में ऊंटों की संख्या आधिकारिक तौर पर शून्य हो गई है|