जिले में पहली नवंबर से धान खरीदी शुरू हो गई। स्थानीय किसानों ने कांटा-बाट की पूजा-अर्चना कर खरीदी कार्य का शुभारंभ किया। पहले ही दिन 52 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 180 किसानों ने 6346 क्विंटल धान बेचे। यह कार्य लगभग तीन माह तक चलेगा। धान खरीदी को लेकर किसानों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। शुरू के दिनों में छोटे व सीमांत किसानों के धान की खरीदी की जा रही है। पूरे परिवार के लोग उपार्जन केन्द्र पहुंचकर उत्साह के साथ अपने धान का तौल करवा रहे हैं। साथ ही गुरुवार के लिए 303 किसानों ने अपना टोकन कटाया है।
बिलासपुर जिले में विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के पहले दिन जिले के 10 उपार्जन केन्द्रों में 33 किसानों ने टोकन कटाते हुए 1563 क्विंटल धान बेचा। जिले के अन्य 130 उपार्जन केन्द्रों में बोहनी नहीं हुई और सिर्फ तराजू बांट रखकर पूजा पाठ ही हुआ। जिले में 140 उपार्जन केन्द्र और 114 संग्रहण केन्द्र बनाए गए हैं।
धान खरीदी के पहले दिन ग्राम कड़ार, करगीकला,गिरधौना, ढनढन, दैजा, मोछ सामेत कुल 10 उपार्जन केन्द्रों में 33 किसानों ने टोकन कटाया और समर्थन मूल्य पर 1563.20 क्विंटल धान बेचा।जिले के 130 उपार्जन केन्द्रों में कर्मचारी खाली बैठे रहे। बोहनी तक नहीं हुई।
कृषि विभाग का कहना है कि सहकारी समितियों द्वारा पंजीकृत किसानों के डाटा को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के लिए मान्य किया जाएगा। उपार्जित मात्रा के आधार पर अनुपातिक रकबा ज्ञात कर सहायता राशि की गणना की जाएगी। पंजीकृत किसानों को धान उपार्जन वर्ष 2023-24 के लिए नॉमिनी नामांकन अनिवार्य है। इस साल से धान उपार्जन के लिए बॉयोमेट्रिक प्रमाणीकरण अपनाया जाएगा।
हालांकि बायोमेट्रिक मशीन नहीं मिलने के कारण नियम को शिथिल किया गया है। कोरिया में कुल 22923 किसान समर्थन मूल्य पर धान बिक्री करेंगे। इसमें 20722 पुराने और 2201 नए पंजीकृत