Aकिसानों और कृषि वैज्ञानिकों के साथ खेती की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को लेकर नये बीजों की जानकारी हेतु बीज मेला आयोजित किया जाएगा ।
इस वर्ष से, वार्षिक कृषि मेले के दौरान, कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, बैंगलोर (यूएएस-बी) बीज आपूर्ति श्रृंखला में आने वाली बाधाओं से निपटने के लिए एक ‘बीज मेला’ (बीज मेला) भी आयोजित करेगा। इसकी घोषणा यूएएस-बी के कुलपति एसवी सुरेशा ने 58वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान की।
उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी विश्वविद्यालयों के सहयोग से छात्रों को एक ही समय में दो डिग्री प्राप्त करने का प्रावधान है। सीएल लक्ष्मीपति गौड़ा, पूर्व उप महानिदेशक, इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स, हैदराबाद और जीआरएसवी कंसल्टिंग सर्विसेज, मैसूर के सह-संस्थापक, ने राष्ट्रीय शिक्षा की शुरुआत के साथ शिक्षा में उपलब्ध नवीन और भविष्य की अवधारणाओं के बारे में बात की।
उन्होंने सुझाव दिया कि सभी राज्य कृषि विश्वविद्यालयों को बहु-विषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय (एमईआरयू) के रूप में विलय और एकीकृत किया जाना चाहिए। उन्होंने सार्वजनिक और निजी दोनों संस्थानों के साथ इंटर्नशिप कार्यक्रमों के महत्व पर भी प्रकाश डाला जो युवा पेशेवरों को उनके करियर के शुरुआती चरणों में आवश्यक व्यावहारिक प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करेगा।
विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और छात्रों सहित कम से कम 13 लोगों को सात श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए।