भारत में पैदावार के हिसाब से अनार भले ही सातवें स्थान पर है लेकिन दुनिया के चौदह देशों में इसकी मांग है। भारतीय अनार की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। एपीडा की मार्फत किसान अनार का निर्यात करके मुनाफा कमा रहे हैं।
भारत दुनिया में अनार के उत्पादन में सातवें स्थान पर है और खेती का कुल रकबा लगभग 2,75,500 हेक्टेयर है।भारत में प्रमुख अनार उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान और आंध्र प्रदेश हैं ।
भारतीय अनार की विदेशों में धूम है। संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, नेपाल, नीदरलैंड, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाईलैंड, बाहरीन, ओमान और ऑस्ट्रेलिया में अनार की मांग में तेजी देखी जा रही है। अब अमेरिका ने भी भारतीय अनार की मांग दर्ज कराई है। हवाई जहाज से इस मांग को भी सम्मान दिया गया है।
अपनी उच्च एंटीऑक्सीडेंट सामग्री और सुपर फल विशेषताओं के कारण महाराष्ट्र के ‘भगवा’ अनार में पर्याप्त निर्यात क्षमता है। अनार की ‘भगवा’ किस्म की विदेशी बाजारों में काफी मांग है। महाराष्ट्र का सोलापुर जिला देश से अनार निर्यात में लगभग 50 प्रतिशत योगदान देता है।
अनार की निर्यात क्षमता सुनिश्चित करने को मद्देनजर एपीडा राज्य सरकारों के साथ मिलकर ‘अनार-नेट’ के तहत खेतों को पंजीकृत करने के लिए नियमित जागरूकता कार्यक्रम करता है। एपीडा ने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय अनार की अनुमति देने का मार्ग खोलकर बाजार तक पहुंच हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।