बारिश न होने से परेशान झारखण्ड के किसानों को इस बार पीएम किसान सम्मान राशि नहीं मिली है। इस राशि से वंचित किसानों की संख्या आठ लाख 49 हज़ार है। झारखण्ड जैसे आर्थिक रूप से कमज़ोर सूबे के किसानों के लिए यह बड़ा नुक़सान है। केन्द्र की तरफ से सीधे किसानों के खाते में पहुंचने वाली इस राशि के इस बार न पहुंचने की वजह किसानों के कागजों की जांच परख समय पर न होना है।
झारखण्ड-सरकार ने सदन में इस बात को स्वीकार किया कि इन कारणों के चलते झारखंड के किसानों को लाभ नहीं मिल पाया है। विधानसभा में अंनत ओझा के सवाल पर राज्य सरकार ने जवाब दिया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिन भी जमीन के कागजातो का सत्यापन नहीं हुआ है उसे पूरा करने की जिम्मेदारी मुख्य सचिव के स्तर से जिले के उपायुक्तों और कृषि पदाधिकारियों को दी गई है।
गौरतलब है कि कई ऐसे किसान भी हैं जो यह शिकायत कर रहे हैं कि सब कुछ ताज़ातरीन रहने के बाद भी उनके खाते में पैसे नहीं आए हैं। बताया गया है कि ऐसे किसान पीएम किसान योजना की वेबसाइट पर फिर से अपने आवेदन स्थिति की जांच कर सकते हैं।
राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में विधायक प्रदीप यादव के पूछे गये सवाल पर सरकार की ओर से बताया गया कि अब तक राज्य के 13.50 लाख किसानों को मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना का लाभ मिला है। सभी किसानों को सत्यापन के लाभ दिय़ा गया है।
सदन में सरकार की ओर से बताया गया कि सुखाड़ राहत योजना के तहत राज्य के 13.50 लाख किसानों को 477 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। वहीं इस योजना का लाभ लेने के लिए राज्य के करीब 33 लाख किसानों ने आवेदन दिया था। कांग्रेस नेता बधुं तिर्की ने भी सदन के बाहर इस पर बोलते हुए कहा था कि राज्य सरकार को जल्द से जल्द किसानों को सुखा राहत की राशि का भुगतान कर देना चाहिए।Khalihan News India , Agricultural News , India Latest Agriculture Updates ,Rural India News , Village Life Stories Indian Farmers News , Farming Technology Updates,Agriculture Trends India,Rural Development Updates Urban-Rural Connect , Agriculture Innovations India,Crop Updates India, Agricultural Trends India
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