उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने 33408 किसानों का 190 करोड़ रुपए कर्ज माफ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 5 साल पहले जिन किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ था, इस बार उन्हें इसमें शामिल किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा 19 जिलों के 33 हजार किसानों का 190 करोड़ रुपए कर्ज माफ किया जा रहा है।
साल 2017 में सीएम योगी की सरकार बनने के बाद कैबिनेट में किसानों की कर्जमाफी का फैसला लिया गया था। इसी के तहत यूपी के लाखों किसानों का कर्ज माफ किया गया था। उस दौरान जो भी किसान किसी कारण के चलते छूट गए थे। अब उन भी 190 करोड़ रुपए का कर्जमाफ किया जाएगा। योगी सरकार ने इस बारे में गजट भी जारी कर दिया है।
उन्होने कहा- जलवायु परिवर्तन की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान धरती और जल का ही हुआ है। फसल चक्र में हमने धान, गेहूं और गन्ना अपना लिया। ये सबसे ज्यादा पानी साेखने वाले फसल हैं। 10-15 साल से लगातार हम इन फसलों को लगा रहे हैं। इसकी वजह से धरती का जलस्तर घट गया।
कृषि मंत्री ने कहा-सूबे खेती के लिए मिट्टी में जैविक कार्बन का मान 0.808% से 0.5% तक होना चाहिए। मगर, हमारे यहां की मिट्टी में जैविक कार्बन की वैल्यू 28 से लेकर 3% तक आ गई। सरकार विदेशों से 3.50 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डीएपी खाद आयात करने में खर्च कर रही है।
हम इसे 3600 रुपए प्रति टन मंगा रहे, मगर महज 1300 रुपए प्रति टन बेच रहे। दाल 25 हजार करोड़ का आयात कर रहे। खाने का तेल 1.25 लाख करोड़ का आयात हो रहा है। देश को केमिकल फर्टिलाइजर से काफी क्षति हो रही है। हम ज्यादा लाभ लेने के चक्कर में खुद की मिट्टी को तबाह कर रहे हैं।