कई बार ऐसा भी होता है कि बीज समेत पौधा लगाते हैं, लेकिन उसमें फूल नहीं आते| ऐसा अकसर गेंदा के फूल में देखा जाता है| इस फूल को हर कोई पसंद करता है और अपने गार्डन में भी जोड़ना चाहते हैं| सर्दियों में गेंदा के फूल अच्छी तरह खिलते हैं, लेकिन पुराने पौधों में अकसर फूल ना खिलने की परेशानी देखी जाती है| इसके हल के लिए कुछ तौर-तरीके बताए जाते हैं|
अकसर घर पर रखे-रखे पौधे पुराने होकर सूख जाते हैं| सही देखभाल ना होने पर इनमें फूल भी नहीं लगते| ऐसे में पुराने पौधे को निकालकर नए गमले में लगाएं|
इसके लिए नया प्लांट मिक्स तैयार करें| एक नया गमला लेकर छेद बनाएं|
इस गमले में नीचे छोटे पत्थर बिछाएं| इसके बाद कोकोपिट, वर्मी कंपोस्ट, देसी खाद, रेत-मिट्टी, सरसों की खली का मिश्रण बनाकर गमलो को भर दें|
इसमें पुराना पौधा या नया पौधा लगाएं| गमले को ऊपर से 2 इंच खाली रखें, ताकि पानी डालने पर बाहर ना निकले|
इसके बाद केले का छिलका और बोनमील खाद का मिक्स बनाकर रख लें और इसे हर सप्ताह खेत में डालते रहें. इस तरह पौधा हमेशा फूलों से भरा रहेगा|
फूलदार पौधों में अगर फ्लावरिंग नहीं हो रही तो इसी तरह प्लांट मिक्स तैयार करके गमला बदल सकते हैं| खाद-फर्टिलाइजर सीधा नर्सरी से खरीद सकते हैं|
कोई भी रासायनिक खाद पौधों में ना डालें| इससे मिट्टी और पौधा दोनों बेजान हो सकते हैं| फर्टिलाइजर खरीदने से पहले पैकेजिंग पर लेबल जरूर पढ़ लें|
सभी फूलदार पौधों में कलियां बनने से लेकर फूल खिलने तक खाद या बायो फर्टिलाइजर का यूज करें|
खाद या मिट्टी को गमले में एक जगह इकट्ठा होने ना दें, बल्कि अच्छी तरह से चारों तरफ मिलाएं|
अगर फूलदार पौधे बगीचे में लगाए हैं तो सुबह-शाम हल्का पानी दें और हर 3-4 दिन में खाद डालें, जिससे फूल ही नहीं, फल-सब्जी की प्रोडक्शन अच्छी रहेगी|
जब भी पौधों में खाद डालें तो ऊपर से पानी का इस्तेमाल जरूर करें| इसके लिए स्प्रेयर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं|
सरसों की खली डालने से पौधे में फूल खिलने शुरू हो जाते हैं| लगभग 7 दिन के अंदर ये बदलाव देख सकते हैं| नया पौधा लगाते समय भी सरसों की खली का मोटा पाउडर बनाकर डाल सकते हैं| इसे इस्तेमाल करने से पहले एक या दो दिन के लिए पानी में भिगो दें| इसके बाद खली को खाद की तरह नरम बना दें और हर सप्ताह 2 से 3 बार पौधों में डालें| इससे पौधे की ग्रोथ होगी ही, साथ ही फूल आने लगेंगे|