डहेलिया के पौधे को डैलिया या डहेलिया के नाम से जाना जाता है। यह सूरजमुखी के फूल की ही प्रजाति का एक पौधा है। इसका मूल स्थान मध्य अमरीका और मेक्सिको है। डहेलिया की पुरे विश्व में लगभग 50000 से ज्यादा प्रजातियां पायी जाती है।
डहेलिया के पौधे की जड़ो में बल्ब भी होते है, जिनसे यह पौधे उगाये जाते है। इन पोधो की जड़े इसके बल्ब के कारण मोटी हो जाती है। इसके फूलो सूरजमुखी के फूल की तरह होते है। इसकी नई प्रजातियों के फूलो का आकर गेंद की तरह गोल होता है, जिन पर रंग बिरंगे फूल लगते है।
डहेलिया की सभी नये पोधो की प्रजातियां बीजो द्वारा उगाई जाती है। डहेलिया के पौधे की जड़ो में जो बल्ब होते है, उन्हें कलियाँ भी कहा जाता है। इन कलियों को निकल कर इन्हे छोटे छोटे टुकड़ो में काटा जाता है। इन कलियों को काटते समय एक बात का विशेष ध्यान रखा जाता है, की प्रतियेक टुकड़े में एक कली होनी जरुरी होती है।
डहेलिया के पौधे को उगाने का सही समय सर्दियों का होता है। इस पौधे को आप सर्दियों की शुरुआत में उगा सकते है। पौधे को अच्छे से उगने के लिए मिटटी का तापमान 10-35°C. के बीच होना चाहिए। इस पौधे को उगने में लगभग 10-15 दिन लग जाते है।
डहलिया के लिए 4 किलो गोबर या पत्ती की सड़ी हुई खाद प्रति वर्ग मीटर की दर से देनी चाहिए। यह सिर्फ बलुआही मिट्टी को छोड़कर सभी प्रकार की मिट्टी के लिए पूर्ण उपयोगी है। लॉन की छंटाई से प्राप्त घास का कम्पोस्ट भी बहुत उपयुक्त होता है। इसके अतिरिक्त हड्डी का चूर्ण तथा पोटाश 100 ग्राम प्रति वर्ग मीटर की दर से क्यारियाँ तैयार करते समय दिया जता है। जली हुई लकड़ी की राख भी प्रति पौधा एक मुट्ठी दी जाती है। अधिक मात्रा में यूरिया खाद देने पर वह कंदों की गुणवत्ता को प्रभावित करती है। सुंदर और आकर्षक डहलिया प्राप्त करने के लिए सरसों, नीम अथवा करंज की सड़ी हुई खल्ली के घोल का छिड़काव करना चाहिए।
1. डहेलिया के पौधे को हमेशा एक उपजाऊ और भुरभुरी मिटटी में लगेने जिससे की इसकी बढ़वार बहुत जल्दी हो।
2. इस पौधे को सर्दियों के दौरान बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है। जब भी पौधे को पानी दें, उसके कुछ दिन बाद पौधे की अच्छे से गुड़ाई जरूर करें।
3. एक महीने में दो बार डहेलिया के पौधे को तरल खाद देना बहुत जरुरी होता है। इस फर्टीलिज़ेर में आप सरसो की खल का या फिर केले के छिलको से बना खाद दें सकते है।
4. जब पौधे पर कलियाँ आना शुरू हो जाएँ, तो आप इसको जड़ो में गोबर की खाद जरूर डालें। यह गमले को चारो और पौधे की जड़ से लगभग दो इंच की दूरी पर डालना है। जब पौधे पर फूल खिलना शुरू हो जाएँ तो आपको इसके अंदर खाद नहीं डालना है।
5. डहेलिया सर्दियों में फूल देने वाला पौधा है, इस पौधे को धूप की ज्यादा जरुरत होती है। आप पौधे को ऐसी जगह पर उगाएं जहाँ पर सुबह की धूप जरूर आती हों। इन सभी चीजों को अगर आप फॉलो करते है, तो आपके पौधे पर बहुत बड़े बड़े डहेलिया के फूल आएंगे।