अगेती फूल गोभी की पौध 40-45 दिन में तैयार हो जाती है| इसकी देखभाल करते रहे और समय पर निराई जरूर करें| अगर कीट या रोग लगता है तो दवा का छिड़काव करें| अगेती फूल गोभी किसानों की आय बढ़ाने में मददगार है| ऐसे में सलाह दी जाती है कि किसान भाई इसकी खेती पूरी तैयारी से कर ज्याद से ज्यादा मुनाफा हासिल करें|
भारत 8,199,000 टन वार्षिक उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर आता है।
अब कृषि वैज्ञानिकों ने कुछ ऐसी उन्नत किस्मों को विकसित किया है, जिनकी खेती किसान भाई जून-जुलाई के महीने में भी कर सकते हैं| इस समय फूल गोभी बाजार में नहीं होती| इस वजह से उनके पास अधिक कमाई करने का मौका रहता है|
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, पूसा नई दिल्ली के शासकीय विज्ञान संभाग के कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि अगेती किस्म की बुवाई जून-जुलाई के महीने में की जाती है| यह सितंबर, अक्टूबर तक तैयार हो जाती है| उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्नत किस्में हैं, पूसा मेघना, पूसा अश्विनी, पूसा कार्तिक, पूसा कार्तिक संकर. इन किस्मों को लगाकर किसान फूल गोभी से अच्छी कमाई कर सकते हैं|
इन किस्मों को अगेती फूल गोभी कहा जाता है| इसकी खेती के लिए किसान भाइयों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि खेत जलभराव वाला नहीं हो| कीड़े और दीमक की समस्या वाले खेत में भी अगेती फूल गोभी की बुवाई नहीं करनी चाहिए| जिस खेत में आप फूल गोभी की फसल लगा रहे हैं, उसे उपचारित करना जरूरी होता है|
फूल गोभी की फसल के साथ उगे खरपतवारों कि रोकथाम के लिए आवश्यकता अनुसार निराई- गुड़ाई करते रहे क्योंकि फूल गोभी उथली जड़ वाली फसल है इसलिए उसकी निराई- गुड़ाई ज्यादा गहरी न करें और खरपतवार को उखाड़ कर नष्ट कर दें।