इण्डियन नर्सरीमेन असोसीएशन (आइ एन ए) आगामी तीन जुलाई को उत्तर प्रदेश के ज़िला मेरठ के आमों के लिए मशहूर क़स्बे शाहजहाँपुर में उत्तरी भारत के नर्सरी कारोबार से जुड़े लोगों का एक सम्मेलन आयोजित कर रही है जिस में सजावटी और फलदार पौधों के अतिरिक्त टिम्बर और औषधि पौधों की नर्सरी कारोबार में आइ एन ए के मार्गदर्शन में हालिया वर्षों में हुई तरक़्क़ी और नर्सरी से जुड़े लोगों को पेश आने वाली समस्याओं के समाधानों पर चर्चा होगी। इस अवसर पर आमों का एक शानदार जश्न भी मनाया जाएगा।
इसका आयोजन शाहजहाँपुर में आइ एन ए की मेरठ मंडल इकाई द्वारा आमों के एक बडे मशहूर बाग़ में किया जारहा है। इस मौक़े पर आम के भारत और दुनिया के दूसरे देशों में इतिहास, उसकी परम्परा, दुनिया के और विशेषता: भारतीय साहित्य मैं उसका ज़िक्र, आम डिप्लोमसी आदि विभिन्न पहलुओं पर दिलचस्प बातें होंगी।
शाहजहाँपुर में आम की कृषि का इतिहास पिछले चार सौ वर्षों पर फैला हुआ है। इस लिहाज़ से भी ये क़स्बा शाहजहाँपुर हिंदुस्तान का ही नहीं दुनिया का शायद अकेला क़स्बा है कि जहां की कृषि योग्य ज़मीन के 95 प्रतिशत भाग पर सिर्फ़ आम के बाग़ात लगे हुए हैं। जिनमें कई तो सौ साल से भी ज़्यादा पुराने हैं और अभी तक फल दे रहे हैं। शाहजहाँपुर में फलदार पौधों के कलम तय्यार करने और बेचने का चलन भी पिछले सौ वर्षों से ज़्यादा समय से जारी है। पिछले तक़रीबन दो तीन दशक से यहाँ सजावटी पौधों को नर्सेरियाँ बड़ी संख्या मैं स्थापित हुई हैं। पास के क़स्बे किठोर और आस पास के देहात मैं भी किसान इस व्यवसाय से जुड़ गाए हैं।
शाहजहाँपुर नर्सरी सेक्टर के एक बड़े हब (कारोबार केंद्र) के रूप में भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना रहा है। यहाँ न केवल चाइना, ताइवान, इंडोनेशिया देशों बल्कि यूरोप के देशों विशेषता: स्पेन से क़ीमती सजावटी पौधों का आयात हो रहा है बल्कि खाड़ी देशों के साथ अन्य देशों को यहाँ पर तय्यार लिए गए पौधों का निर्यात भी हो रहा है। शाहजहाँपुर क़स्बा अपने आमों के लिए हो नहीं अपनी ज़बान और तहज़ीब के लिए भी ख़ासा मशहूर है।
शाहजहाँपुर में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन मैं इण्डियन नर्सरीमेन असोसीएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वाई पी सिंह, पूर्वाध्यक्ष अजय वंश त्यागी, सचिव मुकुल त्यागी और कोषाध्यक्ष मुकेश शर्मा के साथ गवर्निंग काउन्सिल के सदस्यों और देश के विभिन्न भागों से आने वाले नर्सरी कारोबारी भाग ले रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, देश की राजधानी दिल्ली और मेरठ और आस पास से आमंत्रित राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के सम्मानित सम्पादकऔर नुमाइंदे उत्तरी भारत नर्सरीमेन सम्मेलन और जश्न-ए-आम में तशरीफ़ ला रहे हैं।