उत्तर प्रदेश में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत निजी खेत की मेड़ पर पौधरोपण को प्रोत्साहित करते हुए ‘मुख्यमंत्री कृषक वृक्ष धन’ योजना के रूप में किसान और पर्यावरण के हित में अत्यंत उपयोगी योजना संचालित है। इस योजना अंतर्गत मनरेगा के
लाभार्थी यदि अपनी भूमि पर यदि न्यूनतम 200 पौधे लगाकर उनका संरक्षण करता है तो उसे राज्य सरकार द्वारा तीन वर्ष में ₹50,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए किसानों को लाभान्वित कराएं। इससे पौधरोपण भी होगा और किसानों की आय भी बढ़ेगी। यह प्रयास ‘खेत पर मेड़-मेड़ पर पेड़’ के संदेश को चरितार्थ करने वाला होगा।
सूबे को हरा-भरा उत्तर प्रदेश बनाने के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में संपन्न कैबिनेट की बैठक में तय किया गया कि २२ जुलाई से सभी ७५ जिलों में से प्रदेश के कुल हरित क्षेत्र में सतत वृद्धि हो रही है। सरकार का लक्ष्य प्रदेश के कुल हरित क्षेत्र को वर्तमान के 9% से बढ़ाकर 2026-27 तक 15% तक ले जाने का है। इस लक्ष्य के अनुरूप अगले पांच वर्ष में 175 करोड़ पौधे लगाने और संरक्षित करने होंगे। इस लक्ष्य के अनुरूप सभी को प्रयास करना होगा। इसके लिए ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ के संदेश से सभी को जोड़ने की आवश्यकता बतायी गई।
आने वाली 22 जुलाई को ‘वन महोत्सव’ के अवसर पर सभी प्रभारी मंत्री अपने प्रभार वाले जनपद के भ्रमण पर रहेंगे। प्रभारी मंत्री संबंधित जिले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों व क्षेत्र के लोगों के साथ मिलकर पौधरोपण अभियान को आगे बढ़ाएं को गति देने में उपस्थिति दर्ज करेंगे। जहां मंत्री की उपस्थिति नहीं हो पा रही है, वहां नोडल अधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में पौधरोपण को सफल बनाएं।