मूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मान-सरकार ने तैयारी कर ली है| सूबे में पहली बार समर्थन मूल्य पर सरकार मूंग खरीदेगी | अकेले अमृतसर जिले में मूंग की सरकारी खरीद के लिए नाफेड को जिम्मेदारी दी गई है| गौरतलब है कि नाफेड ही मध्य प्रदेश में किसानों से MSP पर चना खरीदने वाली संस्था है|
अमृतसर जिले में मार्कफेड की ओर से 20 हजार क्विंटल मूंग की खरीद का लक्ष्य रखा है। सरकार की ओर से मूंग की फसल 7275 रुपया प्रति क्विटल के हिसाब से खरीद जाएगी। सरकारी एजेंसी मार्कफेड इस की खरीद करेगी। मार्कफेड ने इसके लिए सारे आवश्यक प्रबंध कर लिए है। अमृतसर जिले में किसान भगतांवाला और जंडियाला गुरु मंडियों में मूंग की फसल बेचने के लिए ला सकते हैं।
मार्कफेड को भगतांवाला मंडी और जंडियाला गुरु मंडी में स्थान भी अलाट कर दिए गए है। मूंग की फसल की खरीद सही ढंग से करने के लिए भगतांवाला मंडी में विभाग के इंस्पेक्टर गुरसाहिब सिंह को तैनात किया गया है। जबकि जंडियाला गुरु में इंस्पेक्टर दलजीत सिंह को तैनात किया गया है। मार्कफेड की ओर से 31 जुलाई तक मूंग की फसल मंडियों में खरीदी जाएगी। सरकारी एजेंसी की ओर से 12 प्रतिशत नमी वाली मूंग ही एमएसपी के रेट पर खरीदी जाएगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा मूंग की फसल पर एमएसपी की घोषणा के बाद राज्य में मूंग की फसल की बिजाई का क्षेत्रफल 1.25 लाख एकड़ हो गया है। 2021 में यह क्षेत्रफल मात्र 55 हजार एकड़ था। मूंग की दाल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 7,275 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है। पंजाब सरकार की ओर से केंद्र सरकार को पत्र लिखकर सूबे से मूंग की फसल खरीद करने का अनुरोध किया था। केंद्र ने पंजाब के इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस सीजन में बठिंडा जिले ने 31072 एकड़ (12429 हेक्टेयर) में मूंग की बुआई में राज्य का नेतृत्व किया, जबकि पिछले साल इस जिले में इस फसल के तहत केवल 500 हेक्टेयर में बुआई की गई थी। इसके बाद मनसा 25,000 एकड़ (10,000 हेक्टेयर), मोगा 12675 एकड़ (5070 हेक्टेयर), मुक्तसर 11975 एकड़ (4790 हेक्टेयर) और लुधियाना 10,750 एकड़ (4300 हेक्टेयर) हैं।