भारतीय किसान यूनियन (चड़ूनी) ने जल्दी ही चीनी मिलों पर बकाया गन्ना-मूल्य व अन्य मांगों को लेकर अंबाला जिले में आन्दोलन करने का फैसला किया है| इसके लिए संगठन की एक बैठक में किसान महापंचायत करना तय किया गया|
किसानों ने अंबाला जिले के शहजादपुर में बैठक कर 24 जून तक गन्ना किसानों का बकाया भुगतान न होने पर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। बीकेयू चाड़ूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चाड़ूनी की अध्यक्षता में हुई बैठक हुई। बैठक में किसानों ने शहजादपुर के बनौंडी गांव नारायणगढ़ शुगर मिल लिमिटेड द्वारा 2021-22 पेराई सत्र के 66 करोड़ रुपये के लंबित गन्ना भुगतान के मुद्दे पर चर्चा की।
इसके पूर्व क्षेत्र के गन्ना किसान नारायणगढ़ चीनी मिल के बाहर 20 दिनों से अधिक समय से अपने भुगतान के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, चीनी मिल पर 2021-22 के पेराई सत्र का लगभग 83.50 करोड़ रुपये बकाया है और अब तक मिल ने 27 जनवरी 2022 तक के भुगतान को मंजूरी दे दी है। नारायणगढ़ चीनी मिल ने 23 नवंबर 2021 से 2021-22 के पेराई सत्र की शुरुआत करते हुए 8 अप्रैल, 2022 को परिचालन बंद कर दिया। मिल सीजन के दौरान 137 दिनों तक सक्रिय थी।
जानकारी के अनुसार, 2021-22 सत्र में मिल ने लगभग 46.25 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की, जो पिछले 23 वर्षों में सबसे कम और 2020-21 के पिछले सीजन की तुलना में लगभग 3.75 लाख क्विंटल कम है। इस हिसाब से मिल ने करीब 165 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है। किसानों ने 21 सदस्यीय समिति बनाई है, जिसमें विभिन्न कृषि निकायों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
गौरतलब है कि किसान 28 मार्च से चीनी मिल के बाहर धरने पर बैठे थे। अपने विरोध के दौरान उन्होंने चीनी मिल प्रबंधन और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं। अपने भुगतान के लिए, प्रदर्शनकारी किसानों ने 22 अप्रैल को नारायणगढ़ में अपनी शर्ट उतारकर विरोध प्रदर्शन करने का भी आह्वान किया था।