अमरोहा के आम दुनिया भर मेें मशहूर हैं। यहां से हर साल हजारों टन आम का खाडी के देशों के अलावा जापान, अमेरिका, इग्लैण्ड आदि देशों को निर्यात किया जाता है। अभी तक एकीकृत मैंगो पैक हाउस नहीं होने के कारण काफी मात्रा में आम खराब हो जाता है। यही हाल सब्जियों का भी है। उम्मीद है कि इस साल आम व सब्जी उत्पादको को यह सुविधा मिल जायेगी |
अमरोहा जिले से हर सीजन में टमाटर, करेला, तोरई, लौकी, गोभी, गाजर आदि सब्जियां बड़ी मात्रा में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई , मध्य प्रदेश तक सप्लाई की जाती है। प्रत्येक वर्ष सैकड़ों टन टमाटर व करेला, गोभी आदि सब्जी पैक हाउस न होने की वजह से बेकार हो जाती है। लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। इस सीजन तक एकीकृत (इंटीग्रेटेड) पैक हाउस शुरू होने की उम्मीद है। इसके शुरू होते ही अमरोहा सब्जी और फल निर्यात का बड़ा केन्द्र बन जाएगा।
वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमरोहा के आम और सब्जी कारोबारियों को बड़ी सौगात दी थी। इसके बाद वर्ष 2021 में जिले में इंटीग्रेटेड पैक हाउस के निर्माण को मंजूरी मिल गई थी। करीब आठ महीने में 1442.55 लाख रुपये की लगात से मंडी समिति परिसर में मैंगों एवं वेजिटेबल इंटीग्रेटेड पैक हाउस की बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है।
जानकारी के मुताबिक करीब 25 दिन में बिल्डिंग को मंडी समिति के पास होगी। जबकि मंडी समिति के डीडीएम विनय कुमार और डीडीसी राजीव शर्मा ने बताया कि आम के इस सीजन में ही पैक हाउस का चालू करने की पूरी तैयारी है। जल्द ही मशीनें मिलने की उम्मीद है। पैक हाउस शुरू होने के क्षेत्र के कारोबारी और किसानों को बड़ा फायदा होगा। कारोबारी देश ही नहीं विदेश तक में आसानी से फल और सब्जियां भेजकर मुनाफा कमा सकेंगे।
गौरतलब है कि पैक हाउस बनने के बाद अमरोहा के आम उत्पादको को लखनऊ और सहारनपुर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। उत्पादन अधिक होने पर आम खराब नहीं होगा। उत्पादक अपना आम और सब्जी को पैक हाउस में लंबे समय तक सहेज कर रख सकेंगे।