प्रदेश के 11 गेहूं खरीद केंद्रों में 15 अप्रैल से शुरू हुई है| गेहूं खरीद के दौरान किसानों से छह दिनों में 499 एमटी गेहूं की फसल की खरीद की गई है। किसानों को अब तक सात कारोड़ का भुगतान जारी किया गया है।
प्रदेश में किसानों से गेहूं खरीदने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा प्रदेश में 11 गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं। किसान को गेहूं की फसल बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवा रहे हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर फार्म बुक हो रहे हैं। प्रदेशभर में बनाए गए गेहूं खरीद केंद्रों में फसल बेचने के लिए बुधवार शाम तक 2139 किसानों ने खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाया था।
प्रदेश में गेहूं खरीद के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा कांगड़ा में तीन, ऊना में दो, बिलासपुर में एक, सोलन में दो और सिरमौर जिला में तीन गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं। गेहूं खरीद केंद्रों पर फसल की गुणवत्ता के आधार पर फसल का भुगतान किया जाएगा।
प्रदेश के किसान खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के बाद किसानों को गेहंू की फसल बेचने के लिए टोकन नंबर और तिथि बताई जाएगी। पोर्टल पर बताई गई तिथि के अनुसार किसान गेहंू खीरद केंद्र में जाकर टोकन नंबर के साथ अपनी फसल बेच पाएंगे। एक मोबाइल नंबर पर एक ही पंजीकरण संभव है। गेहूं की फसल बेचने का भुगतान विभाग द्वारा किसानों के खाते में ही किया जाएगा।
फसल बेचने के लिए पंजीकरण के बाद टोकन
खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक केसी चमन ने बताया कि प्रदेश में बनाए गए 11 गेहूं खरीद केंद्रों में किसानों से गेहूं की फसल की खरीदने के बाद अब तक किसानों को सात करोड़ का भुगतान एफसीआई की ओर से किया है।