उत्तराखंड के नवनियुक्त पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अपनी पहली समीक्षा बैठक में अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए| जिसके तहत उन्होंने सभी जिलों में कृत्रिम गर्भाधान केंद्र स्थापित करने के निर्देश भी दिए| उन्होंने अधिकारियोंं को निर्देश देते हुए कहा कि जिन भी जिलों में कृत्रिम गर्भाधान केंद्रों की कमी है, वहां पर BAIF संस्था से सहयोग लेते हुए कृत्रिम गर्भाधान केंद्र स्थापित किये जाएंं, ताकि इन क्षेत्रों में कृत्रिम गर्भाधान की सेवाओं की पहुंच बढ़ाई जा सके|
इस संबंध में प्रदेश के पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने समीक्षा बैठक करते हुए अधिकारियों के निर्देश दिए हैं| जिसमें उन्होंने विभागीय योजनाओं में युवाओं एवं महिलाओं की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया|
उन्होंने पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक की | जिसमें सचिव पशुपालन डॉ. आर मिनाक्षी सुन्दरम की तरफ से विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया| इस दौरान साैरभ बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड को पशुपालन एवं सम्बंधित गतिविधियों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभाग को समयबद्ध कार्यक्रम बनाकर लागू करना होगा| उन्होंने कहा कि इसका मकसद केंद्र एवं अन्य राज्यों पर निर्भर रहने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाना है| इसके साथ ही उन्होंंने अधिकारियों को विभिन्न योजनाओं में राज्य सरकार की अधिक सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए 15 दिनों के भीतर पशुधन विकास योजना का एक प्रस्ताव देने का निर्देश भी दिया|
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पशुपालन विभाग में रिक्त पदों को शीघ्रता से भरा जाए| उन्होंने आगे कहा कि यदि आवश्यकता हो तो इनको संविदा के माध्यम से भरने की कार्यवाही पूर्ण की जाए| वहीं समीक्षा बैठक में सौरभ बहुगुणा ने पशुजन्य उत्पादों के विपणन हेतु एक मजबूत बाजार तंत्र विकसित करने की आवश्यकता पे भी जोर दिया|