राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधानसभा उपचुनाव की तैयारी में जुट गई है। प्रदेश के नए प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ ने तीन महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों का दौरा किया है, जहां उन्होंने बीजेपी की रणनीति को धार देने के साथ ही जिताऊ चेहरों की तलाश शुरू कर दी है।
भारतीय जनता पार्टी के लिए रराजयय में होने वाले बीजों छह विधानसभा उपचुनाव किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं हैं। इनमें से पांच सीटें वर्तमान में विपक्ष के पास हैं, और केवल सलूंबर सीट ही बीजेपी के खाते में है। इन उपचुनावों में जीत दर्ज करना बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण चुनौती है, जिसके लिए पार्टी ने अपनी रणनीति को लेकर बेहद सतर्कता बरतने का फैसला किया है।
राजस्थान के नए प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने टोंक, दौसा और झुंझुनूं का दौरा कर वहां की राजनीतिक नब्ज टटोली। खासतौर पर झुंझुनूं में, जहां उन्होंने उग्र हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस पर तीखे हमले किए। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयानों का जवाब देते हुए बीजेपी के हिंदुत्ववादी चेहरे को प्रखर किया।
राज्य भाजपा ने बीजेपी आलाकमान ने इस उप चुनाव से पहले बीते लोकसभा चुनाव में हार के कारणों का गहराई से विश्लेषण करने का निर्णय लिया है, ताकि भीतरघात करने वाले नेताओं की पहचान की जा सके। ऐसे नेताओं को उपचुनाव में टिकट नहीं देने की संभावना पर भी विचार हो रहा है।