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उत्तर प्रदेश : बनारस का बेल और सब्जियों की शारजाह में मांग

पूर्वांचल से हरी सब्जियों के साथ अब बेल फल भी अरब देशों की पसंद है| पहली बार बनारस से बेल को शारजाह भेजा गया है| बेल का शरबत अरब के शेखो का पसंदीदा पेय बन रहा है|

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के सहयोग से पूर्वांचल के किसानों ने कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) का हिस्सा बनकर भिंडी, परवल व मिर्च के साथ करैला का भी बड़ी मात्रा में निर्यात करना शुरू कर दिया है। किसानों की खुद पहल को देखकर बड़ी-बड़ी कंपनियां भी आकर्षित होने लगी हैं।

अभी तक ये कंपनियां देश के दूसरे राज्यों के कृषि उत्पाद के निर्यात में रुचि दिखाती रही हैं लेकिन अब गंगा के तराई के साथ पूरे पूर्वांचल में उत्पादित सब्जियों व फलों के स्वाद से खाड़ी देशों को परिचित कराना शुरू कर दिया है। साथ ही उत्पाद की अच्छी कीमत किसानों को मिलना शुरू हो गया है।

अभी तक कभी कभार सब्जियां निर्यात की जा रही थीं लेकिन लुलु ग्रुप, एके एग्रोनामिस्ट व एएसके एग्राेनामिस्ट जैसी कंपनियों ने रोजाना निर्यात करना शुरू कर दिया है। बुधवार को 300 किलोग्राम बेल शारजाह भेजा गया। इसके साथ कुशीनगर जिले के एफपीओ ने करैला भी बाबतपुर एयरपोर्ट से भेजा। कुंदरु, परवल, मिर्च आदि सब्जियां रोजाना भेजी जाने लगी हैं।

सब्जियों व फलों के निर्यात के मामले में पूर्वांचल के किसानों की संख्या बढ़ रही है। इसके मिल रहे लाभ से किसान काफी उत्साहित हैं। अकेले वाराणसी में ही तीन दर्जन एफपीओ हैं। इसके अतिरिक्त दूसरे जनपदों के एफपीओ के दर्जनों किसानों की सब्जियां बाहर भेजी जा चुकी हैं।

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