वर्ष 2018 के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश-सरकार कृषि कुंभ आयोजित करने की तैयारी कर रही है। कृषि मंत्री डॉ. सूर्य प्रताप शाही ने पत्रकारों से कृषि कुंभ मेले के आयोजन से संबंधित जानकारियां साझा कीं।
उन्होंने बताया कि कृषि कुंभ में देश के अन्य राज्यों के कृषि वैज्ञानिक आयेंगे। कुंभ चार दिवसीय होगा। 19 सत्र होंगे, जिसमे वैज्ञानिक तकनीक बताएंगे। अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के भी स्टॉल लगेंगे। कोशिश है कि कुछ 500 संगठन हिस्सा लें।
आयोजन में डिजिटल कृषि, उद्यान को बढ़ावा, गन्ना, पशु धन और चारा उत्पादन पर भी चर्चा होगी। प्रोसेसिंग इकाई का भी प्रदर्शन होगा। श्रीअन्न उत्पादन में प्रतिस्पर्धा बढ़ने, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए किसानों को जागरूक करने, प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और किसानों को उद्यमी बनाने को लेकर चर्चा होगी।
तीन दिन के इस आयोजन में प्राकृतिक खेती और जलवायु परिवर्तन पर होगा विशेष फोकस होगा।आयोजन में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ पोषण और पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष फोकस होगा. वही जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के सामना करने की तैयारी को लेकर भी विशेष चर्चा होगी। किसानों की आय बढ़ाने और स्वास्थ्य तथा पोषण की दृष्टि से श्री अन्न को बढ़ावा देने का काम किया जाएगा। कृषि कुंभ में इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम, उद्यान एवं बागवानी, मत्स्य पालन, रेशम, भूमि संरक्षण के मॉडल भी किसानों को दिखाए जाएंगे।
किसानों को नई तकनीक से जोड़ने और उनके तरक्की की राह को आसान बनाने के लिए इस कृषि कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में पूरे प्रदेश से दो लाख किसानों के सम्मिलित होने का अनुमान है। कृषि कुंभ 2023 किसानों की समृद्धि का आधार भी बनेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि कुंभ की तैयारी का जायजा भी लिया. उन्होंने भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के तेलीबाग स्थित परिसर के चिन्हित स्थान को भी देखा जहां पर कृषि कुंभ 2023 होना है.
कृषि कुंभ 2.0 के आयोजन में देश-विदेश से प्रतिनिधि भाग लेंगे. यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि कृषि कुंभ में 20 तकनीकी सत्र आयोजित होंगे. इस कुंभ में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कृषि और संवर्गीय सेक्टर की 500 कंपनियां भी हिस्सा लेंगी। कार्यक्रम के आयोजन के लिए इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के माध्यम से प्रतिभागी कंपनियां को स्टॉल की बिक्री होगी जिससे 4 करोड रुपए के राजस्व की प्राप्ति का भी अनुबंध किया जायेगा। कृषि कुंभ में जापान, क्रोशिया, पोलैंड, पेरू ,जर्मनी ,यूएस, फिलीपींस, साउथ कोरिया ,इंडोनेशिया देश से कृषि क्षेत्र में काम करने वाली बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।