डूंगरपुर जिले में जनजाति वर्ग के लघु सीमांत किसानो को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है| राज्य सरकार की ओर से कृषि विभाग के माध्यम से जनजाति वर्ग के लघु सीमांत किसानो को खरीफ की बुवाई के लिए एक वर्ष बाद फिर से निशुल्क मक्का बीज के मिनीकिट का वितरण किया जाएगा|
सरकार के इस निर्णय से डूंगरपुर जिले के 2 लाख 9 हजार 400 एसटी लघु सीमांत किसानो को लाभ मिलेगा| राज्य सरकार की ओर से डूंगरपुर जिले के एसटी लघु सीमांत किसानो को प्रतिवर्ष हाइब्रिड मक्का बीज के 5 किलो का मिनीकिट निशुल्क दिया जाता है|
पिछले वर्ष कोरोना महामारी व कुछ कारणों से ये मिनीकिट किसानो को नहीं मिल पाए थे, लेकिन इस वर्ष राज्य सरकार ने किसानो को बड़ी राहत दी है| कृषि विभाग के अनुसार सरकार ने डूंगरपुर जिले के जनजाति वर्ग के लघु सीमांत किसानों को मक्का बीज के मिनीकिट वितरण करने का निर्णय लिया है| उन्होंने बताया कि जून माह में मानसून आने से पहले एसटी लघु सीमांत किसानों को ये मिनीकिट का वितरण निशुल्क किया जाएगा| उन्होंने बताया कि डूंगरपुर जिले में वर्तमान में 2 लाख 9 हजार 400 एसटी लघु सीमांत किसान है और इन किसानों को सरकार की इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा|
राजस्थान के चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, बूंदी, प्रतापगढ़, झालावाड़, अजमेर, टोंक, डूंगरगढ,अलवर और जयपुर जिलों में मक्का की खेती होती है। इसमें चित्तौड़गढ़ में सबसे अधिक मक्का की खेती होती है, जबकि दूसरे नंबर पर बांसवाड़ा और तीसरे नंबर पर बूंदी जिला है।