करीब चार साल की बंदिश झेलने के बाद इस अनार भारत से विकिरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 450 किलो अनार विमान से न्यूयॉर्क भेजा गया है। उम्मीद है कि भविष्य में अन्य कॄषि उत्पाद भी एपीडा की मार्फत अमेरिका भेजने का सिलसिला शुरू होगा।
अनार के बीजों में फल मक्खी के संक्रमण के कारण उसने 2018 से भारतीय अनार के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद, केंद्र सरकार और प्लांट क्वारेंटाइन की अमेरिकी कृषि विभाग के साथ चर्चा के बाद 2022 से यह प्रतिबंध हटा दिया गया। फिर कुछ नियम और शर्तें लगाई गयीं । गौरतलब है कि देशों की खाने-पीने की चीजों को अपने नागरिकों तक सुरक्षित तरीके से पहुंचाने के लिए अमेरिका काफी सजग रहता है।
कृषि उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा), राष्ट्रीय फसल संरक्षण संगठन (एनपीपीओ), महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड, अनार अनुसंधान केंद्र, सोलापुर और आईएनआई फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में नवी मुंबई के वाशी स्थित विकिरण सुविधा केंद्र से एपीडा की महाप्रबंधक विनीता सुधांशु द्वारा प्रायोगिक आधार पर अमेरिका को अनार निर्यात की शुरुआत की गई। सुधांशु ने विश्वास व्यक्त किया कि इस निर्यात के बाद अमेरिका में एक बड़ा बाजार खुलेगा।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने 2017-18 में भारत से अनार के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया। एपीडा और एनपीपीओ मानकों के आधार पर 2022 में निर्यात प्रतिबंध हटा दिया गया था, जिस पर भारत सरकार ने अमेरिकी कृषि विभाग के साथ संयुक्त रूप से चर्चा की थी। महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड, वाशी, नवी मुंबई के सब्जी प्रसंस्करण केंद्र से अनार के लिए निर्धारित मानकों के अनुसार 150 बक्से (450 किलोग्राम) अनार हवाई मार्ग से न्यूयॉर्क, अमेरिका भेजे गए हैं।
गौरतलब है कि भारत में अनार की खेती मुख्यतः महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु एवं उत्तर प्रदेश राज्यों में की जाती है। इसके कुल क्षेत्रफल (38,500 हैक्टेयर) का लगभग दो तिहाई भाग (17,381 हैक्टेयर) महाराष्ट्र में है । वर्तमान में अनार का कुल उत्पादन 3,95,000 टन हो रहा है।
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