कददू और करेले की फसल में पाउडरी मिलडिउ (फफूंद) रोग हो रहा है, जिसका बचाव करने के लिए किसान कीटनाशक दवा न डालकर तीन दिन की रखी हुई बासी छाछ का छिड़काव करें। इससे न सिर्फ कीटनाशक पर खर्च होने वाला पैसा बचेगा बल्कि सब्जियां भी जहरीली होने बच जाएंगी।
साग-सब्जी की फसल में कददू और करेला फल, फूल रहा है। कददू में फूल लगने शुरू हुए हैं जो फसल पहले की हैं उसमें फल भी आ रहा है। फूल आते समय पाउडरी फफूंदी का प्रकोप होने लगा है। करेले में फूल आने के साथ करेला लग भी रहा है।
कददू और करेले की फसल में पाउडरी मिलडिउ (फफूंद) रोग हो रहा है, जिसका बचाव करने के लिए किसान कीटनाशक दवा न डालकर तीन दिन की रखी हुई बासी छाछ का छिड़काव करें। इससे न सिर्फ कीटनाशक पर खर्च होने वाला पैसा बचेगा बल्कि सब्जियां भी जहरीली होने बच जाएंगी।
साग-सब्जी की फसल में कददू और करेला फल, फूल रहा है। कददू में फूल लगने शुरू हुए हैं जो फसल पहले की हैं उसमें फल भी आ रहा है। फूल आते समय पाउडरी फफूंदी का प्रकोप होने लगा है। करेले में फूल आने के साथ करेला लग भी रहा है।
पाउडरी मिलडिउ से बचाव के लिए किसान 5 लीटर छाछ जो तीन दिन का रखा हुआ हो, दो लीटर गोमूत्र, 40 लीटर पानी का घोल बना लें।
कुल घोल 47 लीटर बना जिसका एक हेक्टेयर में छिड़काव करना है। इसके अलावा वैवेस्टीन .5 एमएल प्रति लीटर पानी में डालकर छिड़काव कर सकते हैं। इससे पाउडरी मिलडिउ खत्म हो जाएगा और फसल उत्पादन पर किसी प्रकार का कोई असर नहीं दिखाई देगा।