उत्तर प्रदेश बागवानी विभाग प्रदेश के 6 जिलों में आलू व फलों के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शुरू करने जा रहा है| बागवानी विभाग की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक यह सेंटर इंडो-इजरायल तकनीक पर आधारित होंगे| यह सेंटर प्रदेश के सहारनपुर, लखनऊ, हापुड़, कुशीनगर, चंदौली व कौशांबी में शुरू किए जाएंगे|
जानकारी के मुताबिक इसको लेकर बागवानी विभाग की तरफ से तैयारियां भी शुरू कर ली गई हैं| वहीं इनके साथ ही प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के तहत 14 नए अवशीतन सेंटरों का निर्माण शुरू करने की तैयारी है|
आलू व फल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में किसानों को नई तकनीक के बारे में जानकारी मिलेगी| असल में इंडो इजरालय तकनीक पर हरियाणा में सब्जी एक्सीलेंस सेंटर स्थापित किए गए हैं| यह सेंटर किसानों को उत्पादन की नई तकनीक के बारे में अवगत कराते हैं| साथ ही किसानों को इस बारे में प्रशिक्षण भी दिया जाता है| जानकारी के मुताबिक इसी तर्ज पर यूपी के किसानों को भी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रशिक्षण व नई तकनीक की जानकारी देंगे|
देशभर में उत्तर प्रदेश कई खाद्य उत्पादों में नंबर है| ऐसे में किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए यूपी सरकार नई योजनाओं को लेकर काम कर रही है| असल में केंद्र सरकार कई कृषि व किसान आधारित अपनी कई योजनाओं में किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को तवज्जो देती है| जिसके तहत केंद्रीय योजनाओें में एफपीओ को अधिक वित्तीय सहायता दी जाती है| इसी कड़ी में यूपी सरकार नए एफपीओ केा बनाने पर जोर दे रही है|
जानकारी के मुताबिक यूपी सरकार प्रदेश में 4 हजार नए एफपीओ बनाने की तैयारी कर रही है| जो प्रदेशभर में बनाए जाएंगे| जानकारी के मुताबिक नए बनाए जाने वाला प्रत्येक एफपीओ किसी एक विशेष उपज पर आधारित होगा| मसलन एक फसल विशेष के उत्पादक किसान एक संगठन से जुड़ेंगे| योजना के तहत प्रदेश सरकार इन एफपीओ को 18 लाख रुपये की वित्तीय मदद उपलब्ध कराएगी|
सब्जी उत्पादन के मामले में इस साल यूपी देश में अव्वल है| हालांकि यूपी पूर्व तक सब्जी उत्पादन में अव्वल था, लेकिन बीते कुछ वर्षों में यूपी की जगह पश्चिम बंगाल ने ले ली थी, लेकिन इस वर्ष यूपी ने अपनी जगह दोबारा स्थापित की है|
लोकसभा में प्रस्तुत किए गए एक आंकड़े के अनुसार वर्ष 2021-22 में उत्तर प्रदेश में सब्जी का उत्पादन 2.958 करोड़ टन रहने का अनुमान है. बीते वर्ष यह आंकड़ा 2.916 करोड़ टन है|