केंद्र सरकार की धान खरीद की जो योजना है, उसका अब विरोध हो रहा है। कई किसान संगठनों के नेता राजधानी दिल्ली आए हैं और बड़ी संख्या में जुटे प्रदर्शनकारियों के साथ धरना शुरू किया गया है। तेलंगाना के सांसदों, एमएलसी और अन्य नेताओं द्वारा आयोजित इस धरने में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी रहे ।
मुख्यमंत्री राव ने कहा, ‘मैं मोदी जी और गोयल जी से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि धान की खरीद पर राज्य की मांग का 24 घंटे में जवाब दें. इसके बाद, हम फैसला करेंगे| ‘ उन्होंने कहा कि यदि केंद्र जवाब नहीं देता है, तो देशभर में प्रदर्शन और तेज किए जाएंगे|
केंद्र सरकार की तरफ से रबी सीजन में उगाए गए धान की खरीद नहीं करने के मुद्दे पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव दिल्ली में एक प्रदर्शन में शामिल हुए| इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि आप किसानों की भावनाओं से मत खेलिए| साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को 24 घंटे का समय दिया है. केसीआर ने कहा कि अगर केंद्र सरकार की तरफ से इस मुद्दे पर 24 घंटे के भीतर जवाब नहीं आता है तो हम पूरे देश में प्रदर्शन करेंगे|
राव ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन में तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेताओं के साथ धरना दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सचेत करने के अंदाज में कहा, ‘हमारे किसानों की भावनाओं के साथ मत खेलिए, उनके पास सरकार गिराने की ताकत है|’ उन्होंने कहा कि किसान भिखारी नहीं हैं और उनके पास अपनी पैदावार के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य मांगने का अधिकार है|
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भी यहां एक दिवसीय धरने में मुख्यमंत्री के साथ एकजुटता व्यक्त की| यह 2014 में तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद से टीआरएस की दिल्ली में पहली विरोध रैली है| पार्टी के सांसद, विधायक और सभी कैबिनेट मंत्री धरने पर बैठे|
तेलंगाना सरकार केंद्र से मांग कर रही है कि वह मौजूदा रबी मौसम में राज्य से उसना (सेला) चावल खरीदे, लेकिन केंद्र का कहना है कि कि वह केवल कच्चा चावल ही खरीद सकता है और वह उसना चावल नहीं खरीद सकता, क्योंकि इसका भारत में बड़े पैमाने पर खाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता है|
इस पूरे मसले पर भारतीय जनता पार्टी की तेलंगाना इकाई ने सीएम केसीआर को घेरा है|
उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव या तो किसानों का धान खरीदें या इस्तीफा दें| सत्तारूढ़ टीआरएस ने केंद्र सरकार द्वारा तेलंगाना के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए करीब 10 दिनों तक सड़क जाम सहित अलग-अलग तरह के प्रदर्शन किए हैं| टीआरएस सरकार जहां मांग कर रही है कि केंद्र राज्य से धान खरीदे, वहीं केंद्र सरकार ने कहा है कि वह कच्चा चावल खरीदेगी|
तेलंगाना में बड़े पैमाने पर धान का उत्पादन होता है| सिंचाई की सुविधा होने के कारण वहां के किसान खरीफ और रबी, दोनों सीजन में धान की खेती करते हैं|
बीते साल रबी सीजन की शुरुआत से पहले ही केंद्र सरकार की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया था कि तेलंगाना से भारतीय खाद्य निगम
उबले हुए चावल की खरीद नहीं करेगा। इसके बाद तेलंगाना सीएम ने रबी सीजन में किसानों से धान की रोपाई नहीं करने की अपील की थी और वैकल्पिक फसलों की तरफ रुख करने को कहा था| बावजूद इसके राज्य में धान की खेती हुई है| हालांकि रकबा जरूर घट गया था|