उतरप्रदेश,पंजाब ,उत्तराखण्ड, मणिपुर, और गोवा , इन पांचों राज्यों के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। इससे पहले नई दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान की बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और केसी वेणुगोपाल मौजूद रहे।
बैठक के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, अशोक गहलोत और केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक हुई। बैठक में पांच राज्यों के चुनाव के बारे में विस्तृत चर्चा हुई और 10 मार्च को जो परिणाम आएंगे उसकी रणनीति के बारे में चर्चा हुई।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 5 राज्यों के चुनाव और चुनाव के बाद क्या करना है उस पर चर्चा हुई। संविधान और लोकतंत्र पर खतरा है ऐसे मौहाल में आज देश जी रहा है। आप जानते हैं कि देश में क्या हो रहा है। कांग्रेस आज एकमात्र विपक्षी पार्टी है, लोगों को उम्मीदें हैं।
गहलोत ने यह भी कहा कि पुरानी पेंशन योजना के संबंध में हमारा निर्णय सोच समझ कर लिया गया था, मानवीय आधार पर यह निर्णय लिया गया था। यदि कोई सरकारी कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद सुरक्षित नहीं है, तो वह क्या बचाएगा? वह पेंशन के बारे में सोचता रहेगा। वह क्या काम करेंगे? उनमें सेवानिवृत्ति के बाद के संबंध में विश्वास पैदा किया जाना चाहिए। फैसले (नई पेंशन योजना) से हर कोई मायूस था।
माना जा रहा है कि चुनावी नतीजों को ध्यान में रखकर पार्टी ने यह बड़ी बैठक की है। 2017 में जो गलती हुई थी वह फिर से ना हो इसके लिए भी यह बैठक हुई है। गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने की स्थिति में रहने के बावजूद भी कांग्रेस सरकार बनाने में पिछड़ गई थी|
पंजाब को लेकर भी इस बैठक को बहुत अहम माना जा सकता है। पंजाब में अगर तिरशंकु असेंबली की नौबत आती हैं तो कांग्रेस की रणनीति क्या होगी। उस पर भी आज चर्चा हुई है। उत्तराखंड को लेकर भी कांग्रेस में फिलहाल असमंजस की स्थिति है। यही कारण है कि कांग्रेस लगातार रणनीति बना रही है।