गठबंधन से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया है। केंद्र को सभी बकाया राशि का भुगतान करने के लिए शुक्रवार, 26 जनवरी को सात दिनों का समय देते हुए ममता ने कहा कि इस समय सीमा के भीतर अगर केंद्र सरकार फंड रिलीज नहीं करती है, तो TMC बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर देगी। तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ने यह टिप्पणी 75वें गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के दौरान राजभवन में की।
ममता बनर्जी ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने फंड जारी नहीं किया, टीएमसी पार्टी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर देगी। जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार के पास पश्चिम बंगाल की बड़ी धनराशि बकाया है। केंद्र पर बंगाल राज्य का मनरेगा के तहत 6,900 करोड़ रुपये, प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत 9,330 करोड़ रुपए, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 830 करोड़ रुपये, पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत 770 करोड़ रुपये और स्वच्छ भारत मिशन के तहत 350 करोड़ रुपये बकाया है। इसके अलावा कुछ अन्य योजनाओं के भी बकाये का भुगतान केंद्र सरकार ने अभी तक नहीं किया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 20 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने लंबित केंद्रीय निधि के मुद्दे पर पीएम से चर्चा की थी। बैठक के बाद टीएमसी प्रमुख ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने प्रस्ताव दिया है कि राज्य और केंद्र के अधिकारी साथ में बैठकर कर इन मुद्दों को सुलझा सकते हैं। बता दें कि राज्य में भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में केंद्रीय एजेंसियां ईडी और सीबीआई की छापेमारी और धरपकड़ को लेकर भी सीएम ममता लगातार हमलावर रही हैं।
इससे पहले 20 दिसंबर को सीएम ममता ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता ने कहा था कि केंद्र को पश्चिम बंगाल को 1 लाख 16 हजार करोड़ रुपये देने हैं। ममता ने कहा कि इस दौरान पीएम ने कहा कि इस पर केंद्र और पश्चिम बंगाल के अधिकारियों के बीच संयुक्त बैठक होगी। उनके और हमारे अधिकारी आपस में बैठक करेंगे। फिर वे तय करेंगे कि बकाया राशि का भुगतान कैसे किया जाए।
इससे पहले भी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने केंद्र द्वारा धन जारी करने की मांग को लेकर महात्मा गांधी की जयंती पर नई दिल्ली के राजघाट पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।