मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को कबीरधाम जिले में 35 एकड़ में स्थापित 141 करोड़ रुपये के छत्तीसगढ़ के पहले गन्ना आधारित एथेनॉल प्लांट का वर्चुअल उद्घाटन किया। भोरमदेव सहकारी शर्करा उत्पादक कारखाना लिमिटेड कवर्धा एवं मेसर्स एनकेजे बायोफ्यूल के माध्यम से पीपीपी मोड में 80 केएलपीडी एथेनॉल प्लांट स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिले के विकास के लिए 355.4 करोड़ रुपये के 133 कार्यों का शिलान्यास भी किया।
सीएम ने कहा, एथेनॉल प्लांट की स्थापना से क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे और आर्थिक समृद्धि का आधार मजबूत होगा। उन्होंने किसानों को गन्ना मूल्य का समय पर भुगतान भी सुनिश्चित किया। पूरे देश में एथेनॉल प्लांट लगाने का यह पहला उदाहरण है और इससे हजारों लोगों को फायदा होगा।
उन्होंने कहा, एक तरफ बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्य किए गए हैं, दूसरी तरफ शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगारोन्मुखी कार्यों को बढ़ावा दिया गया है। साथ ही किसानों, मजदूरों, वनवासियों, युवाओं, महिलाओं और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों की आय बढ़ाने के लिए काम किया गया है। सीएम ने अपने संबोधन में कहा, बेरोजगारी भत्ते के साथ-साथ बेरोजगार युवाओं को उनकी रुचि के अनुसार प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना राम्हेपुर, कवर्धा में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल से एथेनॉल प्लांट शीघ्र स्थापित किया जाएगा. सहकारी क्षेत्र में स्थित शक्कर कारखाने में पीपीपी माॅडल से एथेनॉल प्लांट की स्थापना का यह पहला उदाहरण होगा। जिससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही आर्थिक समृद्धि का आधार मजबूत होगा। एथेनॉल प्लांट स्थापना से गन्ना किसानों और कारखानों को वित्तीय लाभ होगा।बीते दिनों एथेनॉल प्लांट की स्थापना के लिए वित्तीय निविदा आमंत्रित करने और निवेशक के साथ अनुबंध करने के प्रारूप को अनुमोदित किया गया। इथेनॉल प्लांट की स्थापना की भी अनुशंसा की गई। इससे कारखाने में एथेनॉल प्लांट की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। अब प्रोजेक्ट का काम शुरू हो गया है।
इस प्लांट में गन्ने के मोलासिस से एथेनॉल बनाया जाएगा। खास बात यह है कि इस शीरे का इंतजाम भोरमदेव शक्कर कारखाने के साथ-साथ पंडरिया शक्कर कारखाने से किया जाएगा। यहां के 25 टन शीरा व पंडरिया कारखाने के 20 टन शीरा कुल 45 टन की खपत होगी। एथेनॉल बनाकर इंडियन ऑयल को 53 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जाएगा। जिला प्रशासन के द्वारा इसकी पूरी तैयारी कर ली है। Images credit – google