पंजाब के कृषि विभाग ने राज्य में धान की रोपाई शुरू करने के लिए एक रूपरेखा तैयार की है| उसके तहत राज्य में इस बार 4 चरणों में धान की रोपाई का काम शुरू होगा| जिसके लिए पंजाब के सभी जिलों को अलग-अलग जोन में बांटा गया है| पंजाब के कृषि विभाग की तरफ से बनाई गई रूपरेखा के तहत इस बार 18, 20 और 22 जून से प्रदेश के 6-6 जिलों में धान की रोपाई होगी| जबकि बचे हुए 5 जिलों में 24 जून से धान की रोपाई शुरू हो जाएगी|
कृषि विभाग की तरफ से तैयार की गई योजना के तहत पंजाब में 18 जून से धान लगाने का काम शुरू हो जाएगा, लेकिन 18 जून से भी वहीं किसान धान लगा सकेंगे, जो धान की सीधे बुवाई करने की योजना बना रहे हैं| असल में पंजाब सरकार ने धान की खेती में खर्च होने वाली पानी को बचाने के लिए इस बार एक योजना शुरू की है| जिसके तहत पंजाब सरकार ने सीधे धान की बुवाई करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने की घोषणा की है| जिसके तहत पंजाब सरकार ऐसे किसानों को 1500 रुपये तक की वित्तिय सहायता देगी|
पंजाब सरकार के पास धान की खेती को नियंत्रित करने का अधिकार हैं| जिसके तहत पंजाब सरकार ने 2008 में पहली बार धान रोपाई शुरू करने के लिए अधिसूचना जारी की थी| इसके एक साल बाद यानी 2009 में पंजाब सरकार ने इस संबंध में एक कानून पारित किया था| 2018 में 20 जून से प्रदेश में धान की रोपाई शुरू हुई थी. वहीं 2019, 2020 और 2021 में 13 जून से धान की रोपाई शुरू हुई थी|
कृषि विभाग ने धान की रोपाई के समय बिजली की मांग पर नियंत्रण करने के लिए यह योजना तैयार की है| असल में धान की रोपाई एक साथ शुरू होने से सिंंचाई के लिए सभी किसान एक साथ ट्यूबेल का प्रयोग करते हैं| इससे बिजली की मांग में बढ़ोतरी होती है| जिस पर नियंत्रण पाने के लिए कृषि विभाग ने यह योजना बनाई है|
पंजाब सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में धान की रोपाई के लिए जो नोटिफिकेशन जारी किया है उसमें पठानकोट जिले को सबसे आखरी चरण में रोपाई करने की इजाजत दी है। इस पर सदस्यों ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा पठानकोट जिला जम्मू-कश्मीर एवं हिमाचल प्रदेश के साथ सटा हुआ है। इस वजह से यहां का मौसम सर्दियों की शुरुआत में बाकी पूरे प्रदेश की अपेक्षा जल्दी ठंडा हो जाता है। इससे धान की फसल के पकने की प्रक्रिया बुरी तरह से प्रभावित होती हैं। हर बार किसानों को नमी की वजह से भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। भाजपा किसान मोर्चा द्वारा सरकार और प्रशासन को पठानकोट जिले में धान की रोपाई 1 जून से करने की इजाजत देने के मांग की है।
पंजाब सरकार की नोटिफिकेशन के अनुसार जिले में धान की रोपाई बीते सालों की तुलना में लगभग 16 दिन देरी से की जा सकेगी, इससे कि धान की फसल बहुत देरी से पकेगी। उसमें नमी की मात्रा बहुत ज्यादा रहेगी। बीजेपी किसान मोर्चा जिला पठानकोट की ओर से सरकार व प्रशासन से मांग की कि वह जिला पठानकोट की भौगोलिक परिस्थितियों एवम नमी वाले क्षेत्र को देखते हुए धान की रोपाई एक जून से करने की किसानों को इजाजत प्रदान करे|