अपने चुनावी घोषणा कॅ अनुरूप कर्नाटका की सिद्धारमैया सरकार ने गृह लक्ष्मी योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत घरों की मुखिया महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 2,000 रुपये प्रति माह ट्रांसफर किए जाएंगे। वहीं सिद्धारमैया सरकार ने चालू वित्त वर्ष में गृह लक्ष्मी योजना के लिए 17,500 करोड़ रुपये का बजट रखा है।
इस योजना के तहत लगभग 1.1 करोड़ महिलाओं को 2,000 रुपये की मासिक सहायता की पेशकश की गई, जो अपने घरों की मुखिया हैं। मालूम हो कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने कई गारंटी देने का वादा किया था। जिनमें से एक यह भी था। वहीं इस समारोह में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष एम मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार समेत हजारों लोग शामिल थे।
गृह लक्ष्मी योजना कर्नाटक सरकार की योजना है। इस योजना के तहत घरों की मुखिया महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 2,000 रुपये प्रति माह ट्रांसफर किए जाएंग। सिद्दरमैया-सरकार ने चालू वित्त वर्ष में गृह लक्ष्मी योजना के लिए 17,500 करोड़ रुपये का बजट रखा है। सरकार के मुताबिक, गृह लक्ष्मी योजना के लिए अभीतक 1.9 करोड़ महिलाओं ने पंजीकरण कराया है। जिन्हें सरकार की ओर से सहायता दी जाएगी। इस योजना के लिए पंजीकरण 19 जुलाई से शुरू हुआ था।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि वह सत्ता में आते ही पांच गारंटी लागू करेगी। इनमें गृह ज्योति योजना- हर घर को 200 यूनिट मुफ्त बिजली; गृह लक्ष्मी योजना- प्रत्येक परिवार की महिला मुखिया को दो हजार रुपये की मासिक सहायता; अन्न भाग्य योजना- गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के हर सदस्य को प्रत्येक महीने 10 किलो मुफ्त चावल; युवा निधि योजना- दो साल तक 18 से 25 साल की उम्र वाले प्रत्येक स्नातक बेरोजगार को हर महीने तीन हजार रुपये और डिप्लोमा धारक को 1500 रुपये महीना का भत्ता और शक्ति योजना- सार्वजनिक बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा आदि देना शामिल हैं जिनमें से चार गारंटियों को सिद्धारमैया सरकार ने लागू कर दिया गया है।
महिला-केंद्रित दृष्टिकोण: यह योजना मुख्य रूप से महिलाओं पर लक्षित है, जो उन्हें संपत्ति का असली मालिक बनाती है। यह दृष्टिकोण परिवार में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करता है और उन्हें संपत्ति के स्वामित्व और नियंत्रण के साथ सशक्त बनाने का प्रयास करता है।