सबसे ज्यादा खूबसूरत, रसीले मीठे आम उत्तर प्रदेश में होते हैं। दशहरी, लंगड़ा, चौसा किस्में बाहरी देशों से भी अपनी पहचान बना चुके हैं। आम के निर्यात में उत्तर प्रदेश की मांग लगातार बढ़ रही है।
उत्तर प्रदेश के उद्यान विभाग के निदेशक आरके तोमर के अनुसान इस साल आम के इंपोर्ट को लेकर दुबई, मलेशिया, बहरीन, ग्रीस, जापान, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड ने रूचि दिखाई है. मसलन, यूपी से इन देशों को आम का एक्सपोर्ट होने की संभावना है.
अभी तक संयुक्त अरब अमीरात से 1000 टन आम का ऑर्डर मिल चुका है। वहीं अब कई देशों में निर्यात की संभावनाएं बन रही है। ऐसे में निर्यात की तैयारी के लिए मैंगो पैक हाउस बनाने की तैयारी है। अभी उत्तर प्रदेश में अमरोहा, सहारनपुर और लखनऊ में लखनऊ में स्थित मैंगो पैक हाउस की क्षमता सबसे ज्यादा है। इस साल आम के निर्यात को लेकर सरकार को काफी ज्यादा उम्मीदें हैं। अभी तक संयुक्त अरब अमीरात से 1000 टन आम के निर्यात का आर्डर भी मिल चुका है। इस साल जापान, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसे देशों में भी आम के निर्यात की सारी तैयारियां पूरी हो गई है। लखनऊ में आम के निर्यातक और मैंगो पैकहाउस के जनरल मैनेजर कैप्टन अकरम बेग ने बताया इस साल उत्तर प्रदेश से दशहरी, लंगड़ा और चौसा की मांग कई देशों में बढ़ी है. वहीं अभी से ही निर्यात को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। जून और जुलाई में आम का निर्यात शुरू हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश में हर साल 40 लाख टन से ज्यादा आम का उत्पादन होता है। वहीं इनमें दशहरी, चौसा और लंगड़ा का उत्पादन सबसे ज्यादा है। प्रदेश से 2020-21 में 104 टन आम का निर्यात किया गया था, जो 2021-22 में बढ़कर 4122 टन तक पहुंच गया। वहीं 2022-23 में 527 मीट्रिक टन आम का निर्यात हुआ।