अगले दो माह में स्कूल और कॉलेजों के विज्ञान के विद्यार्थी इन लैब में 13 हजार मिट्टी के नमूनों की जांच करेंगे। इसे लेकर शिक्षा निदेशालय की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जांच के लिए मृदा के नमूने कृषि विभाग के मृदा जांच अधिकारी (एसटीओ) की ओर से उपलब्ध कराए जाएंगे। एसटीओ द्वरा यह सैंपल अपने एरिया के स्कूल व कॉलेज को दिए जाएंगे। एसटीओ द्वारा ही उस सैंपल नंबर, लैब नंबर व अन्य जानकारी लिखी जाएगी। उसके बाद एसटीओ द्वारा इन सैंपल का एनालिसिस किया जाएगा और खुद एक प्रतिशत सैंपलों की जांच करेगा। उसके बाद अधिकारी द्वारा इन मृदा सैंपलों के सॉयल हेल्थ कार्ड तैयार किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा अगस्त 2021 में स्कूल और कॉलेजों में मृदा जांच लैब की घोषणा की गई थी। इसके लिए प्रदेश के 75 राजकीय स्कूलों के अलावा 147 कॉलेजों का चयन किया गया, इनमें 13 करनाल जिले के हैं। जहां पर मिनी सॉयल टेस्टिंग लैब तैयार की गई है।
प्रत्येक विद्यार्थी को 200 सैंपल जांचने के निर्देश
जारी किए गए पत्र के अनुसार, प्रत्येक विज्ञान के विद्यार्थी को 200 सैंपल दिए जाने के आदेश हैं। इसके लिए प्रत्येक सैंपल के लिए विद्यार्थी को ‘अर्न व्हाइल यू लर्न’ स्कीम के तहत 40 रुपये दिए जाएंगे। संबंधित स्कूल व कॉलेज मुखियाओं द्वारा विद्यार्थियों के बैंक व अन्य जानकारी एसटीओ को उपलब्ध कराई जाएगी।