गाय, भैंस और बकरी का दूध पोषण से भरपूर होता है, लेकिन बाकी पशुओं के दूध से कहीं ज्यादा पोषक तत्व गधी के दूध में पाये जाते हैं| इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स बीमारियों से लड़ने में मददगार है| इसमें मौजूद एंटी एजिंग गुणों के कारण ही बाजार में गधी के दूध की काफी मांग है| खासकर ब्यूटी प्रॉडक्ट्स बनाने के लिये गधी के दूध मुख्य तौर पर काम आता है|
इतना ही नहीं, विदेशी बाजार में गधी के दूध से बने पनीर की भी काफी मांग है, 82,000 रुपये किलो कीमत होने के बावजूद लोग हाथोंहाथ इस पनीर को खरीद लेते हैं| अनुमान के मुताबिक, गधी के दूध से 1 किलो पनीर बनाने के लिये 25 लीटर दूध की जरूरत होती है| यही कारण है इसे दुनिया का सबसे महंगा पनीर यानी प्यूल चीज भी कहते हैं|
कर्नाटक के मैंगलुरु में रहने वाले श्रीनिवास गौड़ा ने भी गधी के दूध की अहमियत समझते हुये डंकी मिल्क फार्म की शुरुआत की है| श्री गौड़ा के डंकी फार्म के दूथ की मांग लगातार बढ़ रही है |
खबरों के मुताबिक, श्रीनिवास गौड़ा ने 42 लाख रुपये का निवेश करके 20 गधियों के साथ दूध उत्पादन का व्यवसाय शुरु किया है| कर्नाटक में वे डंकी फार्म खोलने वाले पहले युवा है जो अभी तक 17 लाख रुपये के ऑर्डर ले चुके हैं| अब वो दिन दूध नहीं जब गधी के सेहतमंद दूध को पैकेट में बंद करके बाजारों में बेचा जायेगा और सेहतमंद रहने के लिये लोग इसे जरूर खरीदेंगे|