किसानों को कृषि व अन्य योजनाओं से जोड़े रखने समेत किसानों का डिजीटल डाटाबेस तैयार करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार की ओर से किसानों की फार्मर आईडी बनाई जा रही है। इसके लिए ग्राम पंचायत समेत यहां तहसील कार्यालय में भी स्थायी शिविर लगाकर किसानों के ऑनलाइन पंजीयन किए जा रहे है। लेकिन पीएम किसान योजना का लाभ उठा रहे छह हजार से अधिक किसानों ने अब भी फार्मर आईडी के लिए पंजीयन नहीं करवाया। अधिकारियों की माने तो बिना पंजीयन किसान कई सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि सभी ग्राम पंचायतों में फार्मर रजिस्ट्री शिविर व फोलोअप शिविर जारी है। सांगोद तहसील क्षेत्र में 18501 किसानों को पीएम किसान योजना के अन्तर्गत लाभ मिल रहा है। इनमें सिर्फ 12045 किसानों ने ही फार्मर रजिस्ट्री के लिए पंजीयन कराया है। 6456 किसानों ने अब भी फार्मर रजिस्ट्री के लिए पंजीयन नहीं कराया। ऐसे में यह किसान बिना पंजीयन सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह सकते है।
मिली जानकारी अनुसार आगामी समय में पीएम किसान योजना, फसल बीमा क्लेम, फसल खराबा, समर्थन मूल्य खरीद, केसीसी ऋण समेत अन्य योजनाओं का लाभ फार्मर रजिस्ट्री से मिलेगा।
कोटा जिला की एसडीएम सपना कुमारी के अनुसार आगामी समय में पीएम किसान योजना, फसल बीमा क्लेम, फसल खराबा, समर्थन मूल्य खरीद, केसीसी ऋण समेत अन्य योजनाओं का लाभ फार्मर रजिस्ट्री से मिलेगा। जिस किसान के पास फार्मर आईडी उपलब्ध नहीं होगी उसे आगामी समय में योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ सकता है।
सरकारी घोषणा के अनुसार पंजीकरण से वंचित किसान शिविर में पहुंचकर अपना पंजीकरण करवा लें। जिन पंचायतों में शिविर समाप्त हो चुके, उन पंचायत के किसानों के लिए तहसील कार्यालय में शिविर संचालित किया जा रहा है।