राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मणिपुर हिंसा और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की माफी पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। सिविल लाइन्स स्थित अपने आवास पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अशोक गहलोत ने मणिपुर में हुई हिंसा को देश के इतिहास में अभूतपूर्व और शर्मनाक करार दिया।
पूर्व सीएम गहलोत ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की जनता से माफी पर सवाल उठाते हुए कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री अब क्यों माफी मांग रहे हैं? माफी के लायक तो वे हैं ही नहीं। मणिपुर में जो हुआ, वह देश के किसी भी राज्य में कभी नहीं हुआ। उन्होंने मणिपुर में हिंसा के लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी की मणिपुर मुद्दे पर चुप्पी और उनकी अनुपस्थिति पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को मणिपुर जाने का आज तक समय नहीं मिला। अगर वे वहां गए होते तो दोनों समुदायों के लोग उनकी बात सुन सकते थे। पीएम ने कोविड के दौरान लोगों से थाली बजाने को कहा था, और जनता ने उनकी बात मानी थी। लेकिन मणिपुर में उन्होंने एक राज्य को पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया।
गहलोत ने केंद्र सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर में जो हिंसा हुई, उसे रोकने के लिए केंद्र सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक संवेदनशील मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री ने चुप्पी साध रखी है। गहलोत ने मणिपुर की स्थिति पर गंभीरता दिखाने और राज्यों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम सबका दायित्व है कि ऐसे मुद्दों पर राजनीति से ऊपर उठकर काम करें।