पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी (एससीपी) प्रमुख इस समय काफी आक्रामक दिख रहे हैं। वे खुलकर भाजपा और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश का होता है। प्रधानमंत्री के ऊपर देश केे नेतृत्व की जिम्मेेदारी होती है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों को सुनकर लगता है कि वह देश के नहीं बल्कि भाजपा के प्रधानमंत्री हैं। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को विपक्ष की आलोचना करने के बजाए यह बताना चाहिए कि वह और उनकी पार्टी सत्ता में आने पर देश के लिए क्या करेगी। वे कभी नेहरू की आलोचना करेंगे। वे कभी राहुल गांधी की आलोचना करेंगे या फिर मेरी आलोचना करेंगे। पवार यहां महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार चंद्रकांत खैरे के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। रैली में उन्होंने कहा कि यहां आने से पहले मैं पीएम मोदी का भाषण सुन रहा था तो मुझे ऐसा लगा कि वे देश के प्रधानमंत्री नहीं बल्कि भाजपा के प्रधानमंत्री हैं।
इससे पहले महाराष्ट्र के अहमदनगर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी राज्य की 50 प्रतिशत से अधिक लोकसभा सीटें जीतेगी। पवार ने कहा कि कुछ सीटों को लेकर इंडी गठबंधन के दलों में खींचतान जरूर है लेकिन इस पर ध्यान देने का मतलब नहीं है। व्यापक रूप से गठबंधन के सभी नेताओं का लक्ष्य एक ही है कि वे अधिक से अधिक सीटें जीतें, जिससे राज्य में एक स्थिर सरकार बनाई जा सके। उन्होंने भाजपा के अबकी बार- 400 पार वाले नारे को गलत बताया है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटें हैं। सीट बंटवारा समझौते के अनुसार, उद्धव गुट की शिवसेना 21 सीटों पर, कांग्रेस 17 सीटों पर और एनसीपी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। तीनों पार्टियां विपक्षी इंडी गठबंधन में भी शामिल हैं।
इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी शिवसेना (यूबीटी): जलगांव, परभणी, नासिक, पालघर, कल्याण, ठाणे, रायगढ़, मावल, उस्मानाबाद, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, बुलढाणा, हथकनंगकाले, औरंगाबाद, शिरडी, सांगली, हिंगोली, यवतमाल-वाशिम, मुंबई साउथ, मुंबई साउथ सेंट्रल, मुंबई नॉर्थ वेस्ट और मुंबई नॉर्थ ईस्ट।
कांग्रेस इन सीटों पर ठोकेगी ताल: नंदुरबार, धुले, अकोला, अमरावती, नागपुर, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली-चिमूर, चंद्रपुर, नांदेड़, जालना, मुंबई उत्तर मध्य, मुंबई उत्तर, पुणे, लातूर, सोलापुर, कोल्हापुर और रामटेक।