tag manger - महाकुंभ में अनोखे बाबा, सिर पर उगाई फसल, पर्यावरण संरक्षण का दे रहे संदेश – KhalihanNews
Breaking News

महाकुंभ में अनोखे बाबा, सिर पर उगाई फसल, पर्यावरण संरक्षण का दे रहे संदेश

प्रयागराज के कुम्भ मेला क्षेत्र में एक बाबा अपने अलग रूप के कारण काफी चर्चा में हैं, जो कोई भी बाबा को देख रहा है हैरान हो रहा है और इसका कारण जाने को उत्सुक हो रहा है कि उन्होंने ऐसा आखिर किया क्यों? इन बाबा का नाम है अनाज वाले बाबा। अनाज वाले बाबा का नाम वैसे तो अमरजीत है। वे मारकुंडी सोनभद्र के रहने वाले हैं और एक हठयोगी हैं ।हठयोगी वो विश्व शांति विश्व कल्याण के लिए कर रहे हैं।

अनाज वाले बाबा ने कहा कि पेड़ों की बेतहाशा कटाई हो रही है और इसलिए मैं इस तरह का संकल्प लेकर हरियाली का संदेश दे रहा हूं। अनाज वाले बाबा अपने सिर पर जौ, गेहूं, बाजरा, चना जैसी फसलों को लगा रखा है और लाल फसल भी देखी जा सकती है। हालांकि, उनकी जौ उनके सिर पर भी पहुंच चुकी है और इससे उन्‍हें दर्द भी होता है।

दर्द की बात पर उन्होंने कहा कि यही तो हठयोग है और एक संत के अलावा यह कोई नहीं कर सकता। पिछले 14 वर्ष से वह लगातार इसी तरह का हठयोग करते आ रहे हैं और अपने सिर पर फसलों को उगा रहे हैं।

अनाज वाले बाबा पर्यावरण को लेकर बहुत चिंतित है, इसलिए सभी को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने के साथ ही अपने सिर पर फसल उगा ली है। मूलरूप से सोनभद्र के मारकुंडी निवासी अनाज वाले बाबा का नाम अमरजीत है। बाबा अमरजीत ने 28 साल पहले सन्यास का जीवन अपना लिया था।

बाबा कहते हैं कि मौनी अमावस्या के दिन यह फसल तैयार हो जाएगी। जिसे वह अपने भक्तों को प्रसाद के रूप मे बांटेंगे। जो इस प्रसाद को ग्रहण करेगा वह धन्य हो जाएगा। वहीं, बाबा के इस अनोखे अंदाज को देख हर कोई सेल्फी ले रहा है। इसके साथ ही सिर पर फसल उगाने का रहस्य भी पूछ रहे हैं।
बाबा भी खुशी से सबको अपने इस संकल्प के बारे में बताते हैं और लोगों से अपील करते हैं कि वह भी हरियाली के प्रति लोगों को जागरूक करें। बाबा कहते हैं कि हरियाली ही जीवन है, पर्यावरण के प्रति लोगों काे जागरूक करने के साथ ही पेड़ पौधों को नहीं काटना चाहिए।

 

About khalihan news

Check Also

यूपी की मलिन बस्तियों की बदलेगी तस्वीर, अल्प विकसित व मलिन बस्तियों को 1035 लाख रुपये कीवी मंजूरी;

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जहां एक तरफ शहरों और नगर पंचायतों का का …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *