गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कृषि के माध्यम से सूबे में किसान अपनी गुजर-बसर करने के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था में भी सहयोग करते हैं। इसी दिशा में पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए कुशीनगर में एक कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना करने जा रही है। इसके लिए धनराशि स्वकृति हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कृषि को उत्तम रोजगार का साधन बना रही है। इसके माध्यम से पलायन कर रहे किसानों को हम फिर से खेती से जोड़ा रहे हैं।
श्री योगी ने मंगलवार को महायोगी कृषि विज्ञान केंद्र में विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार की मंशा है कि प्रदेश के किसानों को कृषि संबंधित सभी प्रकार की जानकारी एक ही केंद्र में प्राप्त हो। इस दिशा में कृषि विज्ञान केंद्र बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में देश की बागडोर संभालते ही सबसे पहला कार्य किसानों के लिए किया। इसके लिए उन्होंने देश के किसानों को फ्री में ‘स्वाइल हेल्थ कार्ड’ की व्यवस्था की गई।
देश के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और लागत का डेढ़ गुना दाम हर किसान को मिलने की चर्चा के मुख्यमंत्री योगी ने कहा -‘दो करोड़ 62 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से सालाना छह हजार रुपये देकर उन्हें संबल प्रदान किया जा रहा है।’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने एक तरफ जहां खेती को किसानों के जीवन के परिवर्तन का माध्यम बनाया है। वहीं दूसरी तरफ फूड प्रोसेसिंग के जरिए युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करा रही है।
श्री योगी ने कहा कि सरकार प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है। इससे किसानों को केमिकल, फर्टिलाइजर और पेप्टीसाइट से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा उनके धन की बचत होने के साथ ही बीमारियों से बचाव भी होगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने एक दिवसीय किसान मेला व कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन करके उसका अवलोकन किया। साथ ही उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और किट वितरित किया। इसके अलावा सीएम योगी महायोगी गोरखनाथ कृषि दर्पण, मिलेट्स तथा आचार्य नरेन्द्र देव कृषि पत्रिका का विमोचन किया।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ल, विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेहबहादुर सिंह, विधायक विपिन सिंह, विधायक प्रदीप शुक्ल, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह और क्षेत्र के अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।