लखनऊ । खरीफ खरीद सीजन 2023-24 के तहत एक अक्टूबर से धान की खरीद शुरू कर दी है। धान खरीद केंद्रों पर किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए उचित व्यवस्था की गई है। इसके लिए विभाग के अधिकारियों और नोडल एजेंसी को खास निर्देश दिए गए हैं।
योगी सरकार इस सीजन धान की खरीद बढ़े हुए एमएसपी पर कर रही है। धान की नई एमएसपी दर कॉमन धान के लिए 2,183 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए धान के लिए 2,203 रुपये प्रति क्विंटल है। पिछले साल यह दर सामान्य धान के लिए 2,040 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए धान के लिए 2,060 रुपये प्रति क्विंटल थी। इस सीजन धान खरीद में नोडल एजेंसी, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग नया रिकार्ड बनाने के लिए करीब 70 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद करेगा। किसानों को केंद्र तक धान लाने में कोई परेशानी न हो इसका विशेष ख्याल रखा गया है। ऐसे में ये केंद्र किसानों के खेतों के पास स्थापित किए गए हैं। वहीं खाद्य एवं आपूर्ति विभाग फसल खरीद के बाद किसानों को तत्काल भुगतान की पारदर्शी व्यवस्था कर रहा है। इसके लिए रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर (RSAC)की मदद से केंद्रों को जियो-टैग किया गया है।
धान की खरीद में हिस्सा लेने के लिए प्रदेश के किसानों को खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के पोर्टल www.fcs.up.gov.in पर अपना पंजीकरण कराना आवश्यक है।
धान की खरीद इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ परचेज (ई-पॉप) मशीनों के माध्यम से किसानों के बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के जरिए की जाएगी। इतना ही नहीं गेहूं खरीद की तर्ज पर धान की खरीद पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से भी की जाएगी। पोर्टल के माध्यम से की गई धान की खरीद का भुगतान किसान के खाते में 72 घंटे के भीतर पहुंच जाएगा। लखनऊ मंडल के बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, झांसी संभाग और हरदोई, सीतापुर और लखीमपुर में धान की खरीद रविवार 1 अक्टूबर से शुरू कर दी गई है जबकि लखनऊ (लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव), चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रयागराज संभाग में एक नवंबर से धान खरीदी शुरू की जाएगी। सभी केंद्र सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक संचालित किए जाएंगे। किसान रजिस्ट्रेशन, भूमि के रकबे का सत्यापन, खरीद व एमएसपी पेमेंट की जानकारी विभाग के मोबाइल एप UP KISHAN MITRA से घर बैठे जान सकेंगे।
योगी सरकार ने इस बार किसानों से धान खरीद के पेमेंट के लिए धान के मूल्य का भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से सीधे किसानों के आधार लिंक्ड बैंक खाते में कराने की व्यवस्था की है। इसके लिए किसानों का बैंक खाता आधार सीडेड एवं बैंक द्वारा एनपीसीआई पोर्टल पर मैप के साथ सक्रिय होना आवश्यक है। वहीं किसानों की सुविधा के लिए नामिनी की व्यवस्था की गयी है। वहीं खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में गेहूं व धान खरीद के लिए पूर्व में पंजीकरण करा चुके किसानों को धान बिक्री के लिए दोबारा पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं है। उन्हे सिर्फ पंजीकरण को संशोधित कर दोबारा लॉक करना होगा।