हिमाचल प्रदेश में गुठलीदार फल सेब का विकल्प बनेंगे ।निचली ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां सेब के बगीचे पुराने हो गए हैं, वहां बागवान अब गुठलीदार फलों के बगीचे तैयार करेंगे। बागवानों को प्लम, आडृ, खुमानी और बादाम के दाम भी बढि़या मिल रहे हैं। इसलिए विदेशी पौधों की मांग में भी भारी इजाफा हुआ है। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ूू सहित अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है।
अमेरिका से गुठलीदार फलों के 56,000 पौधे आयात किए जा रहे हैं। इसी महीने पौधों की खेप विभाग के पास पहुंच जाएगी। एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे।
उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम, आडृ, खुमानी और बादाम के 56,000 पौधे आयात कर रहा है। इसी महीने पौधों की खेप हिमाचल पहुंच जाएगी। पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी नहीं है।
अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को अमेरिका से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं।