गन्ना मूल्य बढ़ाने को लेकर कई संगठनों ने आक्रामक रवैया अपनाया है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने गन्ना मूल्य 450 रुपये करने के साथ साथ बकाया पर ब्याज का भुगतान की मांग उठाते हुए जिले भर में विरोध प्रदर्शन किया।
संगठन ने पूरनपुर में पैदल मार्च, जबकि बीसलपुर में प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन दिया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह ने सभी तहसील मुख्यालयों पर ज्ञापन देने का आह्वान किया था। बीसलपुर में आंदोलनकारियों ने एसडीएम आरके राजवंशी को ज्ञापन दिया।
इसी तरह जिले की पूरनपुर तहसील में गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व में किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौपा। इस अवसर पर अनंत अग्रवाल, गुरविंदर सिंह, हाजी मझले, प्रभजोत सिंह, जसपाल सिंह, प्रीतपाल सिंह, सेवाराम, कुलवंत सिंह, करमवीर सिंह, सतविंदर सिंह आदि थे|
दूसरी ओर पंजाब के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने राज्य सरकार के साथ-साथ निजी चीनी मिलों से गन्ना उत्पादकों का बकाया चुकाने की मांग की। उन्होंने उत्तर प्रदेश और हरियाणा की तर्ज पर पंजाब में भी गन्ने के रेट बढ़ाने की मांग की।
मजीठिया ने कहा कि- किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। शिरोमणि अकाली दल के नेता मजीठिया ने कहा की उनके संज्ञान में लाया गया है कि किसान यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और यहां एक स्थानीय चीनी मिल के बकाया 72 करोड़ रुपये की मांग कर रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा के मंडी परिसर में चल रहा 75 घंटे के धरने के दूसरे दिन पहले दिन के मुकाबले किसानों की दोगुनी भीड़ उमड़ी। सभी टिन शेड खचाखच भर गए। धरने के दूसरे दिन सुबह से ही ट्रेन से हजारों किसानों का जत्था ट्रेन, बस और ट्रैक्टर-ट्रॉली से मंडी परिसर पहुंचता रहा, जिससे वहां पहले दिन के मुकाबले दोगुनी भीड़ हो गई। ऐसे में किसानों ने पेड़ों के नीचे और खुले स्थानों में शरण ली, जबकि मंच के दोनों तरफ वक्ताओं को सुनने के लिए किसानों की भारी भीड़ पहुंची। दूर-दराज से आए किसानों ने मंडी परिसर में जगह जगह छोटे बड़े चाय नाश्ते और खाने के 20 लंगर लगाए।