महाकुंभ नगर में आज पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी अखाड़े ने सोमवार को हर हर महादेव के जयकारे के साथ महाकुंभ क्षेत्र में अखाड़े की आन बान और शान 52 फिट ऊंची गेरूआ धर्मध्वजा स्थापित कर दी। इस अवसर पर निरंजनी अखाड़े से जुड़े संत महात्माओं ने बैंड बाजा की भक्तिमय धुनों के बीच धर्मध्वजा का विधि पूर्वक मोरपंख, रुद्राक्ष की माला, तिलक, चंदन के साथ ही रोली आदि से पूजन किया गया। इसके बाद संतों ने हर हर महादेव के जयघोष किया।
मिली जानकारी अनुसार इस मौके पर मौजूद संतो ने बताया कि श्री पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी अखाडे़ की स्थापना 726 ईस्वी में गुजरात के मांडवी में हुई थी। इस अखाड़े का पूरा नाम श्री पंचायती तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा है। इस अखाड़े का प्रमुख आश्रम हरिद्वार के मायापुर में है। इस अखाड़े से जुड़े आश्रम उज्जैन, हरिद्वार, त्रयंबकेश्वर और उदयपुर में भी हैं। जूना अखाड़े के बाद सबसे शक्तिशाली अखाड़ा निरंजनी अखाड़े को माना जाता है। इस अवसर श्री बड़े हनुमान मंदिर के महंत बलबीर गिरि, स्वामी आदि योगी, श्रीमहंत धर्मेंद्र दास आदि मौजूद रहे।
यह भी ख़बर है कि हरिद्वार से श्री दशनाम आवाहन अखाड़े के सैकड़ों साधुओं का जत्था पवित्र छड़ी लेकर महाकुंभ के लिए रवाना हो गया है। एक जनवरी से 27 फरवरी तक प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पवित्र छड़ी रखी जाएगी।