राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी भी प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। ऐसे में प्रदेश की इन सीटों पर कांग्रेस की चिंता बढ़ती नजर आ रही है। बसपा के सभी उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिए हैं। यह जानकारी बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने दी।
माना जा रहा है कि बसपा कई सीटों पर कांग्रेस और भाजपा का समीकरण बिगाड़ सकती है। चूंकि अलवर से बसपा ने मुस्लिम कैंडिडेट को चुनावी मैदान में उतारकर कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मुस्लिम वोटर कांग्रेस का मूल वोट बैंक है। ऐसे में कांग्रेस को बसपा भारी नुकसान पहुंचा सकती है। वहीं दलित वोट अगर बसपा में शिफ्ट होते हैं तो भाजपा को भी कई सीटों पर मुसीबत झेलनी पड़ सकती है।
बहुजन समाज पार्टी ने श्री गंगानगर से देवकरण नायक, बीकानेर से खेताराम, चूरू से दई राम, झुंझुनू से बंशीधर नरनोलिया, सीकर से अमरचंद चौधरी, जयपुर ग्रामीण से हनुमान सहाय, जयपुर से राजेश तंवर, अलवर से फजल हुसैन, भरतपुर से अंजिला, करौली-धौलपुर से विक्रम सिंह, दौसा से सोनू धानका, सवाई माधोपुर से प्रहलाद सैनी, अजमेर से रामदेव गुर्जर, नागौर से गजेंद्र सिंह राठौड़, पाली से महेंद्र रेगर को उम्मीदवार बनाया है। जबकि जोधपुर से मंजू देवी को प्रत्याशी बनाया है।
बाड़मेर से लीलाराम, जालौर-सिरोही से लाल सिंह राठौड़, उदयपुर से दलपतराम गरासिया, बांसवाड़ा से दिलीप कुमार मीणा, चित्तौड़गढ़ से राधेश्याम मेघवाल, राजसमंद से रामकिशन भादू, भीलवाड़ा से रामेश्वर बैरवा, कोटा बूंदी से धनराज यादव और झालावाड़-बारां से चंद्र सिंह किराड़ को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है।
गौरतलब है कि 2018 में जहां राजस्थान में 6 बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी जीत कर आए थे, वहीं 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में दो सीटों पर बसपा ने जीत हासिल की थी। इस दौरान चूरू से सादुलपुर मनोज न्यांगली और धौलपुर के बाड़ी से जसवंत सिंह गुर्जर जीत कर विधानसभा तक पहुंचे थे।