न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा किसानों के अन्य प्रमुख मुद्दो को लेकर किसान सभा में ‘एम एस पी अधिकार दिवस’ मनायेगी। यह फैसला किसान सभा की रोहतक में संपन्न एक बैठक में किया गया।
इस मौके पर किसान सभा के राष्ट्रीय वित्त सचिव पी कृष्णा प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार किसानों के साथ विश्वासघात कर रही है। किसान आंदोलन के लंबित मुद्दों को हल नहीं किया जा रहा। हाल में केंद्र सरकार द्वारा घोषित खरीफ फसलों की एमएसपी किसानों के घाटे को पूरा नहीं कर रही। देश का किसान स्वामीनाथन की सिफारिश अनुसार सी 2 फार्मूला के हिसाब से एमएसपी की मांग कर रहा है।
बैठक में विचार व्यक्त करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार की घोषणा किसानों की मांग से काफी कम है। किसानों की आमदनी दोगुनी होने की बजाय लागत बढ़ने से आमदनी घट रही है। जिसके चलते छोटे, मध्यम और सीमांत किसानों पर कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है। इसलिए निर्णय लिया गया है कि प्रदेश भर में 30 जून को एमएसपी अधिकार दिवस के तौर पर मनाया जाएगा।
इस अवसर पर किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही। प्रदेश भर में रबी की फसलों को बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई थी। जिसका मुआवजा देने की बजाय सरकार की मानसिकता मुआवजा देने से मुकरने की है।
उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों द्वारा भी कई जिलों का पिछले साल और इस वर्ष का हजारों करोड़ों का मुआवजा रोका हुआ है। सूरजमुखी एमएसपी पर नहीं खरीदा जा रहा, इसके लिए 12 जून को फसलों की एमएसपी और गिरफ्तार किसानों की रिहाई के लिए महापंचायत की जाएगी।