tag manger - कभी पिछड़ा बुंदेलखंड अब लिख रहा है हरियाली के बीच विकास की नयी इबारत, इस जिलों में 3 हवाई अड्डे – KhalihanNews
Breaking News

कभी पिछड़ा बुंदेलखंड अब लिख रहा है हरियाली के बीच विकास की नयी इबारत, इस जिलों में 3 हवाई अड्डे

कभी पानी के लिए तरसे लोग और खेत अब हरे भरे हैं। दलहन, तिलहन और सब्जियां इलाके में किसानों को तरक्की की राह दिखा रही हैं। अब, जिंदगी में रंग आने की आहट से लोग खुश हैं। साहस, शौर्य और पत्थरों की धरती हरियाली की वजह से विकास की नयी गाथा लिखने को बेचैन है।

उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड संभाग में सात जिले (चित्रकूट, बांदा, झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा और ललितपुर) शामिल हैं।करीब 69 हजार वर्ग किलोमीटर में विस्तृत बुंदेलखंड का रकबा उत्तर प्रदेश के कुल रकबे का करीब 10 फीसद है। यहां दलहन और तिलहन की फसलों की खेती की अच्छी संभावना है। इसी लिए सरकार यहां दलहन ग्राम योजना भी चला रही है। साथ ही पूरे बुंदेलखंड में मिशन मॉड में प्राकृतिक खेती की प्रोत्साहन पर भी सरकार का पूरा फोकस है।
उल्लेखनीय है कि अमूमन सूखे का सामना करने वाले बुंदेलखंड की कृषि उत्पादन में हिस्सेदारी सिर्फ 5.5 फीसदी है। उत्पादन के इस अंतर की भरपाई के लिए सरकार बुंदेलखंड में सिंचन क्षमता में लगातार विस्तार कर रही है।

विश्व बैंक की मदद से चार हजार करोड़ की लागत से छह वर्ष तक चलने वाली उत्तर प्रदेश ग्रोथ एंड रूरल एंटरप्राइज इकोसिस्टम स्ट्रेंथनिंग (यूपी एग्रीज) योजना में बुंदेलखंड के सभी जिलों को शामिल कर सरकार यहां के खेतीबाड़ी का भी कायाकल्प करने जा रही है। फिलीपींस के मनीला स्थित स्थित इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंटीट्यूट की वाराणसी शाखा भी इस परियोजना में बतौर एक पार्टनर शामिल है। योजना के तहत क्लस्टर खेती को बढ़ावा देने के साथ डिजिटल और वित्तीय इकोसिस्टम को मजबूत किया जाएगा। साथ ही किसानों को सघन ट्रेनिंग दी जाएगी।

गौरतलब है कि विकास कार्य को गति देने में आवाजाही के लिए साधनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के निर्माण का यही मकसद है। उसके अलावा सरकार सभी एक्सप्रेस वे को आपस में जोड़ने का काम भी करने जा रही है। इससे बुंदेलखंड प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों से भी तेजी से जुड़ जाएगा। यहां के उत्पादों को कहीं भी कम समय में तेजी से भेजना संभव होगा।

बुंदेलखंड में बेहतर हवाई जहाज की सुविधा सोने पर सुहागा होगी। चित्रकूट में एयरपोर्ट बन चुका है। ललितपुर और झांसी में बन रहा है। इनके बनने पर महज सात जिलों वाले बुंदेलखंड में तीन एयरपोर्ट हो जाएंगे। इससे यहां के पर्यटन उद्योग को भी खासी तेजी मिलने की उम्मीद की जा रही है। खासकर ऐतिहासिक पर्यटन को। यहां के कालिंजर जैसे किले, चंदेलकालीन तालाबों की अदभुत श्रृंखला, चित्रकूट जहां भगवान श्रीराम ने पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण समेत अपने वनगमन के दौरान सर्वाधिक समय गुजारे थे। यहीं पर राम और भरत का मिलन भाई-भाई के प्रेम की मिसाल बन गया। प्रयाग महाकुंभ के दौरान जिस तरह चित्रकूट में पर्यटकों का उलट प्रवाह हुआ, वह चित्रकूट के बढ़ते आकर्षण का सबूत है। योगी सरकार उसी अनुसार अयोध्या से चित्रकूट तक के राम वनगमन मार्ग को सजा रही है। चित्रकूट में बना रोपवे इसके आकर्षण में चार चांद लगा रहा है।

बुंदेलखंड संभाग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से विकास का इतिहास रचने जा रहा है। बुंदेलखंड भविष्य में अपनी हरियाली के नाते जाना जाएगा। यहां की बड़ी और छोटी सिंचाई परियोजनाएं, खेत तालाब योजना के तहत बनाए गए तालाब इसका जरिया बन रहे हैं। कृषि के साथ ही बुंदेलखंड औद्योगिक प्रगति के नए प्रतिमान स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ चुका है।
यूपी के 10 फीसद क्षेत्रफल वाले बुंदेलखंड की कृषि में हिस्सेदारी सिर्फ 5.5 फीसद रही। अब, परिवर्तन नज़र आने लगा है।

योगी सरकार की पहल पर हो रहे बुंदेलखंड के औद्योगिकीकरण से यह संभाग उत्तर प्रदेश का ही नहीं , देश के बड़े इंडस्ट्रियल हब में शुमार करेगा। डिफेंस कॉरिडोर, ललितपुर में बनने वाला फार्मा पार्क, कानपुर और झांसी के बीच प्रस्तावित देश का सबसे बड़ा औद्योगिक विकास प्राधिकरण बीडा और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे किनारे बनने वाले औद्योगिक गलियारे, ललितपुर में बन रहा फार्मा पार्क इसका जरिया बनेंगे।

 

About khalihan news

Check Also

लखनऊ की 800 एकड़ जमीन पर, 7 हजार करोड़ की अनंत नगर आवासीय योजना में बसेंगे लविप्रा के सपने

वासंतीय नवरात्रि के अवसर पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की राजधानी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *