राजस्थान में किसान एक अप्रैल से चना और सरसों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, जबकि इन फसलों की खरीद 10 अप्रैल से शुरू होगी। सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक ने मंगलवार को यह जानकारी दी। केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार राज्य में 13.89 लाख मीट्रिक टन सरसों और 6.30 लाख मीट्रिक टन चना की खरीद का लक्ष्य रखा गया है।
मिली जानकारी अनुसार केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार राज्य में 13.89 लाख मीट्रिक टन सरसों और 6.30 लाख मीट्रिक टन चना की खरीद का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य पर सरसों और चना की बिक्री के लिए किसान एक अप्रेल से ई-मित्र के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे, जबकि खरीद 10 अप्रेल से शुरू होगी.
राजस्थान में इस बार इस वर्ष नोडल एजेंसी नैफेड के साथ ही एनसीसीएफ द्वारा राजफेड के माध्यम से प्रदेश में दलहन और तिलहन की खरीद की जानी है। इसके लिए एनसीसीएफ को सरसों और चना खरीद के लिए 217-217 खरीद केन्द्र और नैफेड को दोनों फसलों के लिए 288 केन्द्र मंजूर किए गए हैं इस प्रकार प्रदेश में सरसों और चना के लिए कुल 505 अलग खरीद केन्द्र स्वीकृत किए गए हैं और जिलेवार सूची जारी कर दी गई है।
एनसीसीएफ द्वारा राजफेड क्षेत्रीय कार्यालय अजमेर, जोधपुर, बीकानेर व कोटा के 19 जिलों में और नैफेड द्वारा राजफेड क्षेत्रीय कार्यालय जयपुर, उदयपुर, गंगानगर व भरतपुर क्षेत्र के 21 जिलों में खरीद करवाई जाएगी। बताया गया कि केन्द्र सरकार ने आगामी सीजन के लिए सरसों का समर्थन मूल्य 5,950 रुपये प्रति क्विंटल और चने का मूल्य 5,650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
, राज्य में पहले से ही गेहूं की सरकारी खरीद शुरु हो चुकी है. यह खरीद 10 मार्च से शुरू हुई, जो 30 जून तक चलेगी. किसान अभी भी रजिस्ट्रेशन कर अपनी फसल उपार्जन केंद्रों पर बेच सकते हैं। इस बार राज्य में गेहूं पर 2425 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी के अलावा 150 रुपये अतिरिक्त बोनस के रूप में दिया जा रहा है।