अनुकूल मौसम और समय से फसल सीजन की शुरुआत के चलते देश में रबी फसलों की बुवाई तेजी पकड़ चुकी है। कृषि मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अब तक सामान्य रकबे का 62 प्रतिशत क्षेत्र रबी फसलों के तहत कवर किया जा चुका है। विशेष रूप से गेहूं औरचना (चने) की बुवाई में अच्छी प्रगति देखने को मिली है।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, सरसों की बुवाई 97 प्रतिशत सामान्य क्षेत्र तक पहुंच गई है, जबकि चना में 62 प्रतिशत और गेहूं में 60 प्रतिशत क्षेत्र की कवरेज दर्ज की गई है। यह प्रगति पिछले बरस की तुलना में उल्लेखनीय है, क्योंकि इस वर्ष किसानों ने तेजी से फसल क्रियाकलाप शुरू किए हैं।
कुल बुवाई में 9.9% की वृद्धि
28 नवंबर तक रबी फसलों का कुल रकबा 393.07 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले वर्ष इसी अवधि के 357.73 लाख हेक्टेयर से लगभग 9.9 प्रतिशत अधिक है। वहीं सिर्फ गेहूं का क्षेत्र 187.37 लाख हेक्टेयर रहा, जो बीते वर्ष के 160.26 लाख हेक्टेयर से काफी आगे है। रबी फसलों का सामान्य (पांच वर्ष औसत) कुल रकबा 637.81 लाख हेक्टेयर आँका गया है।
अन्य फसलों में भी बढ़त
फसल इस वर्ष बोया गया क्षेत्र पिछले वर्ष वृद्धि
धान (पैडी) 9.10 लाख हेक्टेयर 8.45 लाख हेक्टेयर +7.7%
मक्का 8.76 लाख हेक्टेयर 7.25 लाख हेक्टेयर +20.8%
जौ (बार्ली) 4.60 लाख हेक्टेयर 4.27 लाख हेक्टेयर बढ़त
ज्वार 14.98 लाख हेक्टेयर 14.43 लाख हेक्टेयर बढ़त
मोटे/पोषक अनाज कुल 29.06 लाख हेक्टेयर 26.58 लाख हेक्टेयर +9.3%
कृषि विशेषज्ञ इस बढ़ती हुई प्रगति को बेहतर मौसम, मिट्टी में नमी की उपलब्धता और किसानों के समय से खेतों में उतरने का परिणाम मान रहे हैं। अनुमान है कि यदि मौसम अनुकूल बना रहा, तो रबी उत्पादन इस वर्ष पिछली तुलना में बेहतर रह सकता है।



